वुहान में कोरोना वायरस पर विवादित रिसर्च की फ़ंडिंग अमरीका ने ख़ुद की थीः न्यूज़वीक
समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ
अमरीकी मैगज़ीन न्यूज़वीक ने कहा है कि चीन की वुहान प्रयोगशाला में कोरोना वायरस पर की जाने वाली विवादस्पद रिसर्च की फ़ंडिंग ख़ुद अमरीका ने की थी।
न्यूज़वीक ने अपने एक लेख में बताया है कि अमरीका के एलर्जी एंड इंफ़ेक्शस डिज़ीज़ फ़ाउंडेशन ने जिसकी अध्यक्षता डाक्टर एंथोनी फ़ाउची के पास है वुहान की वायरोलोजी प्रयोगशाला और दूसरी प्रयोगशालाओं को कोरोना वायरस पर रिसर्च के लिए फ़ंडिंग की थी।
मैगज़ीन ने लिखा है कि कोरोना वायरस की महामारी के दौरान एंथोनी फ़ाउची किसी हीरो की तरह नज़र आ रहे हैं और सर्वे रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि अमरीकियों को फ़ाउची पर ट्रम्प से ज़्यादा भरोसा है मगर डाक्टर फाउची के रिसर्च सेंटर ने कई प्रयोगशालाओं को बजट उपलब्ध कराया था और उन्हें कोरोना वायरस पर रिसर्च की ज़िम्मेदारी सौंपी थी।2019 में पूरी होने वाली रिसर्च पर 74 लाख डालर का ख़र्च आया जिसे फ़ाउची की संस्था ने अदा किया जो एक सरकारी संस्था है।बहुत से वैज्ञानिकों ने वायरसों पर होने वाली रिसर्च की निंदा की क्योंकि इस रिसर्च से वायरस के फैलने और घातक रूप धारण कर लेने की आशंका रहती है।अमरीका की रोजर्ज़ युनिवर्सिटी में संक्रामक रोग विशेषज्ञ रिचर्ड एब्राइट का कहना है कि रिसर्च में वायरस की शक्ति बढ़ाई जाती है और यह देखा जाता है कि वह इंसानों और दूसरे प्राणियों को किस तरह प्रभावित करता है।