अवैध रूप से संचालित दो झोलाछाप चिकित्सालय के प्रबंधकों की आपसी रंजिश के चलते दूधिया की हुई हत्या, दो भाई एक बहन द्वारा अस्पताल छोड़ने तथा स्वयं का अस्पताल खोले जाने पर रंजिश का हुआ जन्म ,

मुकीम अहमद अंसारी ब्यूरो चीफ एसएम न्युज 24 टाइम्स बदायूं

माफिया अस्पताल संचालक ने तीनो भाई बहन को जान से मार देने की दी थी धमकी,
बहन भाई साधारण प्रसव, प्रसव के ऑपरेशन तथा अवैध गर्भपात करने में है मास्टरमाइंड,

सहसवान, बदायूं। नगर के मोहल्ला अकबराबाद से ग्राम हरदतपुर जाने वाले मार्ग पर स्थित अवैध रूप से कई वर्षों से संचालित अस्पताल माफिया हरवेस कुमार उर्फ हर्ष यादव हर्ष यादव उर्फ सेवा हॉस्पिटल के नाम से जच्चा बच्चा केंद्र चला रहा था इसी अस्पताल में ग्राम घूरनपुर निवासी नासिर की पुत्रियां रिसाला,शीवा तथा उनका पुत्र अब्दुल कलाम तीनों बहन भाई कार्य करते थे जिसमें रिसाला गर्भपात तथा प्रशव ऑपरेशन प्रसव कराने में मास्टरमाइंड थी ऐसा क्षेत्रीय लोगों का मानना है लोगों का कहना था की रिसाला कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रो में विशेष कर महिलाओं में अच्छी पकड़ थी रिसाला को लोग एक अच्छी महिला चिकित्सक के रूप में जानते थे जिसके कारण उपरोक्त हॉस्पिटल में भारी तादाद में महिला मरीजो का अआवागमन था चर्चा यह भी है कि भारी तादाद में उपरोक्त अस्पताल में अवैध रूप के गर्भपात भी किए जाते थे तथा मोटे पैसे लेकर साधारण प्रसव एवं ऑपरेशन भी किए जाते हैं लोगों का कहना है की भारी तादाद में आशाओं द्वारा क्षेत्र से गर्भवती के अलावा महिलाओं को होने वाली अंदरुनी बीमारी का इलाज गारंटी के साथ बड़े मोटे पैसे की उगाही की जाती है जहां उन्हें अस्पताल में ले जाने तथा स्लिप आने पर अस्पताल प्रबंधक द्वारा मोटा पैसा दिया जाता है।


बताया जाता है हर्ष यादव उर्फ सेवा जच्चा बच्चा केंद्र के अस्पताल प्रबंधक ने उपरोक्त भाई बहनों को कम पैसे पर अपनी यहां रखा था जबकि उपरोक्त लोगों के माध्यम से ही प्रबंधक हरवेस कुमार उर्फ हर्ष यादव द्वारा मोटा पैसा पैदा होता था जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रसव के कार्य में दक्ष रिसाला ने अस्पताल प्रबंधक हरबेस कुमार उर्फ हर्ष यादव से मरीजों से आने वाले भुगतान पर 50-50 में कार्य करने की इच्छा जाहिर की थी परंतु अस्पताल प्रबंधन ने उपरोक्त भाई बहनों को धमकी दी कि अगर कार्य करना है तो यही करोगे वरना तुम्हें कहीं कार्य करने नहीं दूंगा उपरोक्त प्रबंधक हरबेस यादव उर्फ हर्ष यादव की दी गई धमकी से डर कर उपरोक्त रिसाला ने स्वयं अपनी बहन शीवा भाई अब्दुल कलाम सहित हर्ष यादव उर्फ सेवा हॉस्पिटल में काम छोड़कर हर्ष यादव उर्फ सेवा हॉस्पिटल से मात्र 300 मीटर की दूरी पर प्रमोद यादव के खाली पड़े मकान ब दुकान को पार्टनरशिप लगभग एक माह पूर्व अपना स्वयं का प्रमोद यादव हॉस्पिटल नाम से शुरू कर दिया।


रिसाला द्वारा प्रमोद यादव नाम से जच्चा बच्चा केंद्र हॉस्पिटल प्रारंभ करते ही चर्चा है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ग्राम पंचायत में तैनात आशा गर्भवती, प्रसव, अवैध रूप के गर्भपात तथा महिलाओं में होने वाली अंदरूनी बीमारी से ग्रस्त महिलाओं को प्रमोद कुमार अस्पताल में लाया जाने लगा मरीजों की प्रमोद कुमार अस्पताल में बड़ी भीड़ के चलते हर्ष यादव उर्फ सेवा हॉस्पिटल में मरीजों का आवागमन नाम मात्र का रह गया जिसके कारण हर्ष यादव उर्फ सेवा हॉस्पिटल के प्रबंधक हरवेश कुमार को यह बात कचोटने लगी कि मेरे ही अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ कर्मचारियों को प्रमोद कुमार जच्चा बच्चा अस्पताल के प्रबंधक ने अपने यहां शरण देकर अस्पताल खुलवा दिया है अस्पताल खुलने से हर्ष यादव उर्फ सेवा हॉस्पिटल उर्फ जच्चा बच्चा केंद्र ठप्प होने के कगार पर आ गया अपने हॉस्पिटल को ठप्प होते देखकर प्रबंधक हरवेश कुमार उर्फ हर्ष यादव ने अपने भाई अवधेश यादव तथा एक साथी सचिन को लेकर प्रमोद कुमार जच्चा बच्चा अस्पताल में काम कर रहे महिला कर्मचारी रिसाला उसकी बहन शीवा भाई अब्दुल कलाम को ठिकाना लगाने के लिए कसम खाली बताया जाता है की हरवेस कुमार उर्फ हर्ष यादव कई दिन से उपरोक्त कर्मचारियों को निपटाने के लिए रैकी कर रहा था। बताया जाता है कि उपरोक्त हॉस्पिटल में मृतक वीरेश यादव दूध भी सप्लाई करता था बकौल मृतक की पत्नी विनीता के मुताबिक वीरेश यादव के हरबेस कुमार उर्फ हर्ष यादव पर दूध के₹12000 काफी समय से आ रहे थे जिसका भुगतान उपरोक्त हर्ष यादव द्वारा नहीं दिया गया वीरेश ने कई बार हरवेश से पैसे की मांग की परंतु उसने इंकार कर दिया पैसे ना मिलने पर वीरेश ने उपरोक्त अस्पताल में कई माह से दूध देना बंद कर दिया।
इधर संजोग देखिए कि मृतक वीरेश उपरोक्त प्रमोद कुमार जच्चा बच्चा केंद्र हॉस्पिटल के निकट में अवैध रूप से संचालित सफेद रसगुल्ला छैना की चल रही फैक्ट्री में दूध की सप्लाई करता था मृतक वीरेश प्रतिदिन की तरह अपनी बाइक से दूध की कैन लादकर दूध देने के लिए जैसे ही मुख्य मार्ग से नीचे की ओर प्रमोद कुमार हॉस्पिटल की ओर मुड़ा था पीछे से आए बाइक पर सवार हरवेस कुमार उर्फ हर्ष यादव उसका भाई अवधेश यादव तथा उसका साथी सचिन ने अचानक बाइक से आकर तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी तमंचे से चली गोली से वीरेश कुमार का मस्तिष्क छलनी हो गया और वह बाइक से जमीन पर गिर पड़ा खून से लथपथ वीरेश काफी देर तड़पता रहा जानकार सूत्रों का कहना है की मौके पर पहुंचे हमलावरों की मनसा जाहिर होने पर पड़ोसी भूरे निवासी ग्राम डकारा ने उपरोक्त हमलावरों से ऐसा न करने को कहा तो उन्होंने उन पर भी फायर छोड़ दिया जिससे वह बाल बाल बच गए और दूसरी गोली से भी गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर गया और उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
जानकार लोगों का कहना है हर्ष यादव उर्फ सेवा अस्पताल के माफिया हरवेस कुमार उर्फ हर्ष यादव ने स्टाफ महिलाकर्मचारियों कुमारी रिसाला कुमारी शीवा उसका भाई अब्दुल कलाम द्वारा अस्पताल छोड़कर पड़ोस में ही अस्पताल खोलकर उसके अस्पताल को ध्वस्त करने की रची गई साजिश का इंतकाम लेने के लिए हरवेस यादव उर्फ हर्ष यादव ने अपने भाई अवधेश तथा साथी सचिन के साथ घटना को अंजाम देकर उपरोक्त तीनों भाई-बहन को मौत के घाट उतारना था अगर मौके पर दूधिया विरेश नहीं आता तो निश्चित तीनों भाई-बहन मौत का शिकार हो गए होते, किसी ने ठीक ही कहा है आई मोको, ले गई तोको, मारने वाले से, बचाने वाला बड़ा होता है,
जिसकी क्षेत्र में जमकर चर्चा हो रही है।
चर्चा इस बात की भी है कि अब उपरोक्त दोनों हॉस्पिटलों में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सेवा का कोई भी बोर्ड अब दिखाई नहीं दे रहा है घटना के तत्काल बाद आनंन-फानन में उपरोक्त दोनों अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटलों से ही नहीं बल्कि उपरोक्त मार्ग पर कई अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटल भी आनंन-फानन में बंद हो गए और स्वास्थ्य सेवा के लगे बड़े-बड़े नारे लिखे स्वास्थ्य सेवा प्रचार के वास्ते लगे होर्डिंग्स हटा दिए गए जिनकी क्षेत्र में जमकर चर्चा हो रही है।

मुकीम अहमद अंसारी ब्यूरो चीफ एसएम न्युज 24 टाइम्स बदायूं

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