कोविड-19 के इलाज में उम्मीद की किरण पैदा हुयी, ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने ऐसी दवा का पता लगाया जो आसानी से मिलती है, नाम है…
समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ
दुनिया भर में कोरोना वायरस की वजह से मचे हाहाकार के बीच उम्मीद की एक किरण पैदा हुयी है।
जी हाँ ब्रिटेन में वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस कोविड-19 के ऐसे गंभीर मरीज़ों पर इस दवा को टेस्ट किया जिन्हें वेन्टिलेटर की ज़रूरत थी। ब्रिटेन में डाक्टरों ने बहुत आसानी से मुहैया होने वाली स्टेरॉयड दवा डेक्सामेथासोन को जब कोविड-19 के गंभीर मरीज़ों को दी तो इसका नतीजा बहुत अच्छा निकला।यह दवा कोविड-19 के गंभीर मरीज़ों को 10 दस दिन लगातार दी गयी तो मरीजों के मरने की दर में एक तिहाई कमी आयी।
इस दवा पर हुई रिसर्च अभी शुरूआती दौर में है, लेकिन कुछ लोग इसे जो इस रिसर्च में शामिल नहीं थे, बहुत अहम खोज मान रहे हैं।ब्रिटेन की ऑक्सफ़र्ड यूनिवर्सिटी की ओर से “रिकवरी ट्रायल” के नाम से जारी रिसर्च के दो बड़े वैज्ञानिकों ने मंगलवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बताया कि डेक्सामेथासोन की हल्की डोज़ जब अस्पताल में भर्ती ऐसे गंभीर मरीज़ों को दी गयी जिन्हें वेन्टिलेटर की ज़रूरत थी, तो उनके मरने की दर में एक तिहाई कमी आई।ऑक्सफ़र्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर व “रिकवरी ट्रायल” टीम के डिप्टी इंवेस्टीगेटर मार्टिन लैंड्रे ने मंगलवार को कहाः “यह स्टैटिक्स की नज़र से बहुत ही अहम नतीजा है।”