बाराबंकी। मशहूर शायर एवं भोज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ अंजुम बाराबंकवी की वालिदा खालिदा पत्नी स्व सै0 मोहम्मद कर्रार का मंगलवार को निधन हो गया। जिनका आज उनके पैतृक गाँव मैलारायगंज स्थित कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया। वह काफी दिनों से बीमार चल रही थीं। उनके निधन की खबर पर जनपद में शोक की लहर फैल गई। उनके निधन की खबर मिलते ही शहर में संवेदना व्यक्त करने वाले पत्रकारों, समाजसेवियों, राजनीतिक लोगों का उनके आवास पर तांता लग गया। नगर के देवा रोड स्थित गांधी भवन में समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा की अध्यक्षता में श्रीमती खालिदा कर्रार के निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया। श्री शर्मा ने बताया कि श्रीमती खालिदा उर्दू की बड़ी जानकार थीं। मुस्लिम बच्चों की तालीम को लेकर हमेशा जागरूक करती रहीं और उन्होंने कई गरीब व जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा दिलवाने में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनका परिवार शिक्षित और सम्पन्न परिवार था। गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना उनकी शोहरत में था। उनके एक बेटे डॉ अंजुम कर्रार भोपाल के विश्वविद्यालय में प्रोफेसर है। वह अंजुम बाराबंकवी के नाम से सुविख्यात शायर है। उनके दूसरे बेटे तौकीर कर्रार समाजवादी पार्टी के नेता है। इस मौके पर अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अहमद शहंनशाह, विनय कुमार सिंह, आसिफ हुसैन, रिजवान रजा, मृत्युंजय शर्मा, सपा नेता उमानाथ यादव, पाटेश्वरी प्रसाद, सत्यवान वर्मा, पी के सिंह, नीरज दुबे, रवि प्रताप सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।
सगीर अमान उल्लाह जिला ब्यूरो बाराबंकी