किसान ने लेखपाल पर रिश्वतखोरी के लगाये गंभीर आरोप

सैफ़ अली संवाददाता थाना हैदरगढ़ की रिपोर्टर

हैदरगढ़, बाराबंकी। प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। भ्रष्ट कार्यप्रणाली से अधिकारी कर्मचारी सरकार की साफ-सुथरी छवि को धूमिल करने पर अमादा है। एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है एक पीड़ित किसान ने लेखपाल पर रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं, मामले में स्थानीय तहसील प्रशासन व जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाई न किए जाने से आहत किसान ने सारे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन के अलावा प्रमुख सचिव राजस्व विभाग से कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। शिकायती पत्र के मुताबिक तहसील क्षेत्र के ब्लॉक त्रिवेदीगंज अन्तर्गत कबूलपुर निवासी संतलाल पुत्र मनोहर ने बताया कि जमीन गाटा संख्या 952 मि० रकबा 0.126 उसे पट्टे से प्राप्त हुई थी,  मेढ़ों कि निशानदेही कि चिन्हीकरण के लिए उसने कई बार सम्बंधित अधिकारियों से शिकायत की तब जाकर भूमि की पैमाइश व निशानदेही के लिए हल्का लेखपाल विजय शंकर शुक्ला को निर्देशित किया गया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जब वह भूमि के पैमाइश के लिए लेखपाल से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि अपने प्रार्थना पत्र का वजन बढ़ाइए केवल अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने से आपके खेत की मेढ़ो का चिन्हीकरण नहीं होने वाला है पैमाइश करने हम ही को ही जाना पड़ेगा लेखपाल पर प्रार्थी को मजबूर करके खेत की पैमाइश के लिए उससे अधिकारियों को देने के नाम पर 6 हजार रूपये लेने का आरोप है, फिर भी लेखपाल द्वारा मेढ़ो का चिन्हांकन नहीं किया गया है दूबारा जब किसान द्वारा उनसे सम्पर्क किया तो 4 हजार रूपये की उससे और माँग की गई है जिससे पीड़ित ने देने में असमर्थता जताई फिलहाल लेखपाल द्वारा अभी तक जमीन का चिन्हांकन नहीं किया गया है जिससे पीड़ित किसान काफी परेशान व हताश है। इस बाबत जब हल्का लेखपाल विजय कुमार शुक्ला से बात की गई तो इस सम्बंध में उन्होंने कोई प्रत्युत्तर नहीं दिया। वहीं उपजिलाधिकारी योगेंद्र कुमार का कहना है कि उक्त मामला हमारी संज्ञान में है तहसीलदार को इसकी जाँच के लिए निर्देशित किया गया है जाँच के बाद ही आवश्यक कार्यवाई की जायेंगी।

सैफ़ अली संवाददाता थाना हैदरगढ़ की रिपोर्टर

 

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