विश्वविद्यालयों में कब होंगे अंतिम वर्ष की परीक्षा सुप्रीम कोर्ट ने यूजीसी से मांगा जवाब…

यूजीसी के गाइडलाइंस में 30 सितंबर से पहले फाइनल ईयर के एग्जाम्स कराने के निर्देश दिए गए थे. इन एग्जाम्स को रद्द कराने के लिए देशभर के विश्वविद्यालयों से करीब 31 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है.फाइनल ईयर परीक्षा करवाने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने विश्विद्यालय अनुदान आयोग को जवाब देने के लिए कहा है.

विश्वविद्यालयों में फाइनल ईयर परीक्षा करवाने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने UGC से जबाव मांगा है. इस मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार 31 जुलाई को होगी. दायर याचिका में एक COVID पॉजिटिव छात्र सहित छात्रों के एक समूह द्वारा शीर्ष अदालत में सुनवाई के लिए आवेदन किया गया है, अंतिम परीक्षा को रद्द करने की मांग करते हुए वे दावा कर रहे हैं कि यह “जीवन के अधिकार” के खिलाफ है. हालांकि यूजीसी के संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालयों को सितंबर के अंत तक टर्म-एंड परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.

यूजीसी के अनुसार देशभर के 755 विश्वविद्यालयों में से 366 अगस्त या सितंबर में परीक्षा आयोजित करने की योजना बना रहे हैं. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने अपने संशोधित दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिससे अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करना अनिवार्य हो गया है, इस फैसले की व्यापक रूप से आलोचना की गई है. वहीं देशभर के छात्र और शिक्षाविद आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर बड़े पैमाने पर पदोन्नति की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस पर यूजीसी ने अपना रुख बनाए रखा है. बॉम्बे हाईकोर्ट को संबोधित करते हुए यूजीसी ने कहा था, “अंतिम वर्ष की परीक्षा रद्द करने का निर्णय सीधे भारत में उच्च शिक्षा के मानकों को प्रभावित करेगा।

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