छुट्टा पशु अब मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं भाकियू ‘टिकैत‘ ने निजात दिलाने की मांग
शमीम अंसारी बाराबंकी: एसएम न्यूज24टाइम्स .
बाराबंकी। किसानों के लिए दिनोदिन बढ़ रहे रहे छुट्टा पशु अब मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं। हालात ये हैं कि इस कोरोना काल मे धान की रोपाई के पश्चात अब किसानों को रातभर रतजगा करना पड़ रहा है। इससे किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है। इन्ही समस्याओ को देखते हुए आज भारतीय किसान यूनियन ‘टिकैत‘ ने जनपद के सभी ब्लॉकों में ज्ञापन देकर इससे निजात दिलाने की मांग की है। सरकार द्वारा बनवाई गई तमाम गौशालाएं भी किसानों को छुट्टा पशुओं के आतंक से निजात नही दिला पायीं। धान की नर्सरी लगाने से लेकर उसकी रोपाई के बाद भी किसानों की अपनी फसल की रात में चैकीदारी करनी पड़ रही है।इस कोरोना काल मे भी दर्जनों सांडों का झुण्ड रात के अंधेरे में जिस खेत मे पहुंचता है उस खेत की फसल साफ हो जाती है। किसान रातभर इन जानवरों के पीछे भागता फिर रहा है। यह हाल कमोवेश जिले के लगभग हर ब्लॉक का है।इन्ही समस्याओ को लेकर गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने जनपद के सभी ब्लॉकों में ब्लॉक अध्यक्ष के नेतृत्व में खण्ड विकास अधिकारियों को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द छुट्टा पशुओं से निजात दिलाने की मांग की है।ज्ञापन में कहा गया है कि अगर इसी तरह रहा तो किसानों के सामने खाने के लाले तो पड़ेंगे ही साथ ही बैंकों से लिया गया कर्ज चुकाना भी मुमकिन नही होगा। आरोप यह भी लगाया गया है कि गौशालाओं में बंद छुट्टा पशुओं को जान बूझकर बाहर छोड़ दिया जाता है जिससे वह फिर खेतो तक पहुँच जाते हैं। जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि समस्या जटिल ही यदि प्रशासन तत्काल इस पर संज्ञान नहीं लेगा तो जल्द ही आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
शमीम अंसारी बाराबंकी: एसएम न्यूज24टाइम्स .