जब सऊदी अरब ने अमरीका से कहा था हमला करके क़ब्ज़ा कर लो इस देश पर … अमरीकी पत्रिका ने खोला राज़

समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ

अमरीकी पत्रिका फॉरेन पॉलेसी ने अपनी एक रिपोर्ट में सऊदी अरब के सिलसिले में एक चौंकाने वाला राज़ खोला है।

फॉरेन पॉलेसी ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि सऊदी अरब के शासक किंग सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ ने सन 2017 में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से क़तर पर हमला करके उसपर क़ब्ज़ा करने का सुझाव दिया था लेकिन ट्रम्प ने इस प्रस्ताव को मानने कड़ाई के साथ इन्कार कर दिया।रिपोर्ट के अनुसार सऊदी शासक ने 6 जून सन 2017 अर्थात, सऊदी अरब, यूएई, बहरैन और मिस्र की ओर से क़तर के बहिष्कार के एक दिन बाद ट्रम्प से कहा कि वह क़तर पर हमला करके उस पर क़ब्ज़ा कर लें। फॉरेन पॉलेसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि अमरीका ने सऊदी अरब की इस मांग से इन्कार के कुछ दिन बाद कुवैत से कहा कि वह इस संकट के समाधान के लिए मध्यस्थता करे। इस से पहले भी अमरीकी समाचारपत्र वॉल स्ट्रीट जरनल ने मई सन 2019 में बताया था कि सऊदी सेना ने सन 2017 में क़तर पर हमले की योजना तैयार कर ली थी।

इस समाचार पत्र ने अमरीका, सऊदी अरब और क़तर के कुछ अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में बताया था कि सऊदी अरब की योजना, सैन्य हमला और उत्तरी गैस फील्ड पर क़ब्ज़ा थी जो दुनिया का सब से बड़ा गैस फील्ड समझा जाता है।  इस अमरीकी समाचारपत्र ने बताया था कि अमरीकी अधिकारियों ने रियाज़ को यह समझाया कि क़तर पर हमला, अंतरराष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन है इसी लिए सैन्य हमले की कठिनाइयों के कारण सऊदी अरब और उसके घटकों ने क़तर के आर्थिक बहिष्कार और उसकी घेराबंदी का फैसला किया। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सऊदी अरब यात्रा के बाद क़तर से, सऊदी अरब, यूएई, मिस्र और बहरैन के संबंध बेहद खराब हो गये। इन चारों देशों ने 5 जून सन 2017 को क़तर से कूटनयिक संबंध खत्म कर लिये।सऊदी अरब , यूएई, मिस्र और बहरैन, क़तर पर आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगाते हैं और क़तर के साथ अपने संबंधों को समान्य करने के लिए, ईरान से संबंध खत्म करने, तुर्की के सैनिकों को बाहर निकालने और अलजज़ीरा टीवी चैनल बंद करने की शर्त पेश करते है हालांकि इन देशों ने औपचारिक रूप से कभी इन शर्तों को पेश नहीं किया।

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