अमरीका में प्रजातांत्रिक सिद्धांत कमज़ोर पड़ गए हैं, ट्रम्प में उस कार्यालय को संभालने की बिलकुल योग्यता नहीं है, जिस पर उन्होंने क़ब्ज़ा कर रखा हैः ओबामा
अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा है कि ट्रम्प में वाइट हाउस को संभालने की तनिक भी योग्यता नहीं है।
अमरीका में जो दिखावे का प्रजातंत्र है, वह भी अब बुरी तरह से ख़तरे में पड़ चुका है। अमरीका के अटार्नी जनरल विलियम बार ने कहा है कि देश के 9 शहरों में पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में डेढ़ हज़ार से ज़्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि फ़ेडरल सरकार ने 9 शहरों में एक हज़ार पुलिसकर्मियों को भेजा था जिन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ मिल कर यह कार्यवाही अंजाम दी।
यह ऐसी स्थिति में है कि अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनल्ड ट्रम्प की कड़ी आलोचना की और कहा कि ट्रम्प में उस कार्यालय को संभालने की योग्यता ही नहीं है, जिस पर उन्होंने क़ब्ज़ा कर रखा है और अमरीकी प्रजातंत्र को बचाने के लिए जो बाइडन को वोट देना ज़रूरी है। उन्होंने डेमोक्रेट्स की एक चुनावी सभा में कहा कि ट्रम्प को काम करने में रुचि ही नहीं है, वे संयुक्त बिंदु तलाश करना ही नहीं चाहते और वे अपने और अपने दोस्तों के अलावा किसी की भी मदद के लिए अपने पद की शक्ति को इस्तेमाल करने की इच्छा ही नहीं है बल्कि वे केवल अपनी ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। ओबामा ने कोरोना वायरस के कारण अमरीका के पौने दो लाख लोगों की मौत, रोज़गार के दसियों लाख अवसर ख़त्म हो जाने और देश-विदेश में अमरीका के प्रजातांत्रिक सिद्धांतों के कमज़ोर पड़ जाने के कारण ट्रम्प की कड़ी आलोचना की।
ओबामा फ़िलाडेलफ़िया शहर के क्रांति संग्रहालय में भाषण दे रहे थे। यह वही शहर है जहां अमरीका का संविधान और इस देश के मूल प्रजातांत्रिक सिद्धांतों का संकलन हुआ था। उन्होंने कहा कि वह कार्यालय, जिसे संविधान के आधार पर देश की सभी जनता चुनती है, राष्ट्रपति कार्यालय है। इस लिए हमारी न्यूनतम आशा यह होनी चाहिए कि एक राष्ट्रपति, अमरीका का 33 करोड़ जनता की सुरक्षा व आराम के संबंध में ज़िम्मेदारी महसूस करे। इसी तरह यह आशा भी रखी जानी चाहिए कि राष्ट्रपति इस प्रजातंत्र की देख-भाल करेगा। ओबामा ने अमरीकी जनता से अपील की कि वह चुनाव में भरपूर ढंग से भाग ले और सचेत किया कि ट्रम्प और उनके रिपब्लिकन घटक सिर्फ़ उसी सूरत में चुनाव जीत सकते हैं जब चुनाव को कमज़ोर बना दिया जाए, वे अपनी योग्यता के आधार पर कभी भी चुनाव नहीं जीत पाएंगे। उन्होंने जनता से कहा कि वह इस बात की इजाज़त न दें कि ट्रम्प व उनके लोग, उसकी यह ताक़त छीन लें और प्रजातंत्र को समाप्त कर दें, इसके लिए जनता को चुनाव में भाग लेने मतदान करने के लिए कार्यक्रम बनाना होगा।
ट्रम्प सरकार के शासनकाल में प्रजातंत्र के ख़तरे में पड़ जाने के बारे में बराक ओबामा का यह बयान ऐसी स्थिति में सामने आया है कि जब वे स्वयं भी अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं कर सके थे और शायद कहा जा सकता है कि ट्रम्प जैसे अतिवादी व्यक्ति को अमरीकी जनता ने सिर्फ़ इस वजह से वोट दिया था कि बराक ओबामा समेत अमरीका के पिछले राष्ट्रपति और उनकी सरकारें अमरीकी नागरिकों की मांगों को पूरा नहीं कर सकी थीं। ओबामा ने ख़ुद कई बार अमरीका के राजनैतिक व आर्थिक ढांचे को अपने चुनावी वादों को पूरा करने के मार्ग में रुकावट बताया था।