बुंदेलखंड में शासकीय राशि से कागजों पर कार्य: जनपद पंचायत राजनगर की ग्राम पंचायत मऊ मसनिया में सरपंच शंकर यादव ने जमकर किया भ्रष्टाचार
भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ा ग्राम पंचायत मऊ मसानिया, ग्रामवासियों ने छतरपुर जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन.!!
बुंदेलखंड में भारत सरकार की ग्राम स्वराज परिकल्पना को पलीता लगाता छतरपुर जिले में राजनगर जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत मऊ मसानिया इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि किस तरह सरकारी पैसे को कागजों पर निर्माण दिखाकर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया जा रहा है , ग्राम पंचायत के सरपंच शंकर यादव, एवं सचिव की मिलीभगत से लाखों का भ्रष्टाचार गांव में हो चुका है जिसको लेकर गांव के कुछ जागरूक लोगों ने उक्त आशय से संदर्भित शिकायती पत्र जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन जिला अधिकारी महोदय जिला पंचायत छतरपुर को जाकर सौंपा l
ग्राम मऊ मसानिया के जयपाल सिंह ने कहा कि गांव में सीसी रोड निर्माण जिसमें कुटी नरवा स्टॉप डेम तक सीसी रोड निर्माण ,कुटी प्रांगण सीसी रोड आंगनवाड़ी सहित स्कूल प्रांगण एवं इमी खान के घर से राम अयोध्या तिवारी के घर तक का सीसी रोड निर्माण गुणवत्ता विहीन है ,इसके अलावा ग्राम पंचायत मऊ मसानिया के नाम से जो सीसी रोड निर्माण कराया गया वह सिर्फ कागजों तक सीमित है l
ग्राम में भ्रष्टाचार की दास्तां यहीं तक सीमित नहीं बल्कि गांव में ही प्रदीप अहिरवार के खेत पर तालाब उत्खनन भी कागजों में पूरा कर दिया गया ,इनके अलावा और भी अन्य लगभग बताया जाता है 5 तालाब का निर्माण किया गया जो कहीं भी दिखाई नहीं देते, तथा पंचायत भवन में पुट्टी पेंट के नाम पर 60 हजार रुपये फर्जी बिल बनाकर भुगतान निकाल लिए गए जबकि ग्रामीणों के अनुसार कोई भी काम नहीं किया गया l
गांव में हो रहे इस भ्रष्टाचार को लेकर के आज ग्राम पंचायत मऊ मसानिया से जयपाल सिंह,रविन्द्र पाठक हरचरण तिवारी, घनश्याम कुशवाहा, राजेश तिवारी इत्यादि ने ज्ञापन देते हुए उक्त संदर्भ में शीघ्र कार्यवाही करने की मांग की है l
ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे भ्रष्टाचार के पंचायती दास्तान के अगर पन्ने खोलें जाए तो लगभग अमूमन यही हाल सभी पंचायतों का है, फिर भी देखना होगा की शिकायत के बावजूद भी क्या कार्यवाही सुनिश्चित होती है अथवा नहीं और ग्राम वासियों ने कहा कि अगर जल्द की पंचायत में हुए कार्यो की जांच नही होगी तो हम सभी ग्राम वासी एक जुट होकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे