डीएम का आदेश ठेंगे पर, धान तौलाने के लिये भटक रहे हैं किसान मामला विकास खण्ड के धान क्रय केन्द्र चंदनापुर का

मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता ।

रामनगर, बाराबंकी। खून पसीने की फसल बेचने के लिये हफ्तों से क्रय केन्द्र पर धान तौल का रात दिन जगकर अपनी फसल की रखवाली कर क्रय केन्द्र पर ही सोने को मजबूर हैं किसान मामला विकास खण्ड रामनगर के धान क्रय केन्द्र चंदनापुर का है। रविवार को उक्त धान क्रय केन्द्र पहुंचने पर देखने को मिला की दर्जनों की संख्या में ट्रालियां खड़ी हैं, तौल बंद है। पूछने पर पता चला कि टोकेन 45 लिखा पढ़ी में आ गये हैं। 19 नम्बर तौल हुई है। बहुत सी ट्रालियां ऐसी थी जिनको टोकेन नही मिला। किसानों का कहना था कि समय से खरीद न हो पाने और तौल केन्द्र पर इतना समय लगने के कारण वह औने पौने दामों पर अपनी खून पसीने की फसल को बिचैलियों के हाथों बेचने को मजबूर हैं। प्रतिदिन सात-आठ ट्रालियां आ जाती हैं। जबकि तौल सिर्फ दो ट्रालियांे की ही होती है। जब कोई अधिकारी आता है तो दो कांटे लगाये जाते हैं। बाकी तौल एक ही कांटे से की जाती है। धौखरिया व अतरौली ग्राम के मौजूद किसानों ने बताया कि हम लोग पिछले छः सात दिनों से यहीं रुक कर अपने धान व टैªक्टर ट्राली की रखवाली कर रहे हैं। तौल कब होगी अभी पता नही जिस हिसाब से तौल हो रही है उससे तो एक हफ्ते बाद ही नम्बर आयेगा। किसानो की मांग है कि यहां पर दो कांटे लगवाकर तौल करायी जाये। जिलाधिकारी का निर्देश है कि 300 कुन्तल की प्रतिदिन तौल हो, लेकिन यहां 100 कुन्तल ही मात्र तौला जा रहा है। मजबूर किसानों की उच्चाधिकारियों से मांग है कि तौल केन्द्र पर दो कांटे लगाकर तौल में तेजी लायी जाये जिससे किसानों को यहां हफ्तो रुकना न पड़े। इस सम्बन्ध में एसएमआई रामनगर से बात की गयी तो उनका कहना था कि जितना हो पा रहा है तौल रहे हैं केन्द्र पर ट्रालियों की काफी भीड़ हैं। उन्होने यह भी कहा कि आज रविवार होने के कारण तौल बंद थी।

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