अमरीका में 3 नवम्बर को होेने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी ने ईरान के बारे में ट्रम्प के रवैये की आलोचना करते हुए, जो उनके शब्दों में विफल हो चुका है, चुनाव जीतने की स्थिति में ईरान के बारे में अपनी नीति को विस्तार से बयान किया है।
जो बाइडन ने सीएनएन की वेबसाइट पर जारी होने वाले अपने एक लेख में ईरान के संबंध में अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की नीतियों को विफल बताया है और लिखा है कि परमाणु समझौते से निकल कर उन्होंने बड़ी ग़लती की और अपने देश के हितों के विपरीत क़दम उठाया। बाइडन ने इस बारे में लिखा है कि ट्रम्प ने यह क़दम उठा कर अमरीका को अलग-थलग कर दिया, इस प्रकार से कि ईरान के ख़िलाफ़ हथियारों के प्रतिबंधों की समय सीमा बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को बहाल करने की उसकी हालिया दो कोशिश नाकाम हो चुकी है और यूरोप में उसके सबसे निकट घटकों तक ने ईरान के ख़िलाफ़ अमरीका का साथ नहीं दिया।
अमरीका के पूर्व उप राष्ट्रपति ने इसी तरह कहा कि डोनल्ड ट्रम्प ने ईरान की आईआरजीसी की क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी की जो हत्या करवाई उसी के चलते ईरान ने एक अमरीकी सैन्य छावनी पर हमला किया और 100 से ज़्यादा अमरीकी सैनिकों को घायल कर दिया। जो बाइडन ने इस बात पर बल देते हुए कि इराक़ में अमरीका की सैन्य छावनी पर ईरान के मीज़ाइल हमले में अमरीका के सौ से ज़्यादा सैनिकों को दिमाग़ी नुक़सान पहुंचा, ट्रम्प के रवैये की आलोचना की जिन्होंने इस घटना के बाद इसे मामूली दिखाने की कोशिश की और सैनिकों की दिमाग़ी चोट को सरदर्द बताया।
अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ने लिखा है कि अगर वे चुनाव जीत जाते हैं तो ईरान के संबंध में अपने देश की नीति को बदल देंगे। उनकका कहना है कि उनकी संभावित सरकार की नीति यह होगी कि पहले चरण में वह यह बात सुनिश्चित करेगी कि परमाणु हथियार तक ईरान की पहुंच को रोके। बाइडन ने कहा है कि उनका दूसरा क़दम यह होगा कि ईरान के मुक़ाबले में कूटनैतिक रवैये के लिए कोई विश्वस्त रास्ता खोला जाए। उन्होंने लिखा है कि अगर ईरान परमाणु समझौते का कड़ाई से पालन करने लगे तो अमरीका, वार्ता के आरंभ बिंदु के रूप में इस समझौते में फिर से जुड़ जाएगा।
जो बाइडन ने सीएनएन में प्रकाशित होने वाले अपने लेख में लिखा है कि ट्रम्प सरकार ने ईरान समेत कुछ मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमरीका आने पर जो प्रतिबंध लगा रखे हैं, वे उन्हें रद्द कर देंगे। बाइडन ने ईरान के संबंध में अपनी संभावित सरकार के तीसरे क़दम के बारे में लिखा है कि तेहरान की क्षेत्रीय गतिविधियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाएगी, ज़ायोनी शासन की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाया जाएगा और ईरान के मीज़ाइल कार्यक्रम, आतंकवाद के समर्थन और मानवाधिकार के हनन के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों का इस्तेमाल किया जाएगा।