ग्रामीणों ने निर्धारत मूल्य से अधिक रुपये पर गल्ला देने का लगाया आरोप
मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता मसौली बाराबंकी।
मसौली बाराबंकी। ग्राम पंचायत किन्हौली में सस्ते गल्ले की दुकान का संचालन कोटेदार की बजाए गांव के दबंगई के बल पर हो रही है। जिसके चलते कार्ड धारकों से मनचाही वसूली की जाती है। शिकायत के बाद भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए है। विकास खण्ड रामनगर की ग्राम पंचायत किन्हौली में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान है।उस दुकान का आवंटन बरती लाल के नाम से है। परन्तु उसका लेखा जोखा और वितरण आदि की जिम्मेदारी अनिल सिंह के हाथों में रहती है। जिसमें गल्ले का वितरण भी अनिल सिंह ने घर पर ही होती है। जिसमें निर्धारित धनराशि से अधिक पैसा लेकर व निर्धारित वजह से काम गल्ला देने का अरोप ग्रामीणों का है। ग्रामीणों का कहना है कि यादि इसका कोई भी कार्ड धारक विरोध करता है। दबंग होने के कारण गल्ली गलौज देते हैं। गल्ला पाने के लिए लोगो को कई कई दिन चक्कर लगाने पड़ते है कभी कहते है की मसीन खराब है इसे जिसमें विभाग के जिम्मेदार अधिकारी का भी संरक्षण प्राप्त होने के नाते आज तक किसी प्रकार की जांच न ही कोई कार्यवाही हो सकी है।वही लांक डाउन के दौरान कार्ड धारकों को सस्ते दामों पर मिलने वाले मिट्टी का तेल वितरण नही किया गया है।जो अपने घर में मोटी रकम लेकर मिट्टी के तेल कारोबारियों के साथ बेचा गया है। फिर हाल पूरा मामला जांच का विषय बना हुआ है। परन्तु विभाग का संरक्षण प्राप्त होने के कारण शिकायत पत्र में अधिकारी मुर्खदर्शक बने रहते है।
मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता मसौली बाराबंकी।