बांगरमऊ उपचुनाव और भितरघाती के मन भर घात कल होना है सभी प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला और किसके सर सजेगा ताज
देखना दिलचस्प होगा क्या भाजपा के दिग्गज नेताओं का जादू कामयाब होता दिखेगा या फिर सपा के बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं का ये तो कल आने वाला कल समय ही तय कर देगा कौन बनेगा हीरो।
वोटवा त ख़तम हो गया बाँका मअ। गिनती मअ अभी देरी है। मतरकी वोटवा के चोटवा का दर्द पछिया हवा तेज़ होने से बुझाने लगा है। ई दर्द गिनती कै बाद तअ केतना और क जड़ैया वाला बोखार धरा देवै के फेरा में है। एक बड़का बात अबकी प्रचार में एक-एक लोग का प्रचार के मौका भी दिया गया पंखा का हवा खाने से भी परहेज नहीं किया। ई भी ध्यान नाय रखा कि आसिन-कातिक में पंखा बोखार धरायेगा ही। के कन्न घुस कर प्रचार कर आया कि सब कंफ्यूजिया गया। अब हालत कि चुनाव बाद नेतवन लोग के चेहरा सेटिंग होने तक बहुते समय लग जाएगा। अब फेरा देखिये ढाकामोड़ वाले भैया कहिन कि उनकर सीट पर पार्टी के बड़का नेता लालटेन जला दिहिस। एतने दोनों पुरनका पहलवान ललटेन के फेरा घुमत रहली। एतने नैय तीर वाले सब बीर लालटेनिया के बत्ती ठीक करे लगल रहली सब लिख के भी भेज दिहिस बताईं भैया खुद बाहर के, लालटेनिया विरोध में, तीर विरोध में, कमल विरोध में त वोटवा त लड्डू हुए के चाही। केतारी वाला इलाका के आरू अजबे कहानी। पूरा तीर कमल संग झोपड़ीये में बस गईंलन रहिल। तीर के बीर भी दम दिखैलकन चार विकेट एके संग डॉउन। बांकी सब ठंडा। इलाका में फूल वाली दो तीन देवियो खूब कईलिन। कुछ समझत समझत चुनब्बे पार। फूल वाला खूब छटाईया भी करलकन, पर तीर के धार नैय दै पारलक। इहां कै गो मोदी मोदी वाला राहुल राहुल अ तेजस्वी तेजस्वी खूब कइलन। इहे हाल दोनों मंत्री के सिटवा पर भी खूब दिखलन। दिन भर कमल वाला यहाँ रात के पंखा रहलिन। के गो ललटेनिया भी हवा लगाई से ना चुकलन। तीर वाला के ना पूछलन त झोपड़ी के गुस्सा ई सीट पर उतार देलखिन। तीर के गढ़वा में भी खेला कम नइखे भइल। भौजी वाला सीटवा के भी अलगे रंग। सब भौजी से मुँह लटकैले रहलन। कोई ई भौजी से रुसलन त कोई भौजी स। गठबंधन बस दिल्लीये-पटना के नेता में दिखलल। इहां केकरो के जात- गोतिया, केकरो के भाई-भौजाई त केकरो के दुश्मन जे रहलन। त खैर अब 10 के इंतज़ार करीं। हेकर बाद जे होहियँ त होइबे करी…..