सरैठा रामलीला में हुआ गाजे-बाजे व बधाई के साथ राम जन्म दिखाई गई झांकियां

अब्दुल जब्बार एडवोकेट

भेलसर(अयोध्या)बीती रात्रि विकासखंड रुदौली के सरैठा गाँव में आयोजित ग्रामीण कलाकारों द्वारा संवादकीय रामलीला कार्यक्रम में तीसरे दिन प्रभु श्री राम जी का जन्म दिखाया गया।जिसमें भगवान के जन्म पर सम्पूर्ण अयोध्या नगरी खुशियों से झूम उठी।जगह जगह ढोल नगाड़े व गाजे बाजे के साथ सभी ने श्रीराम जन्म की खुशियाँ मनाई व लड्डू बांटे।उधर जनकपुर में माता सीता जी का भी जन्म होता है चहूँ ओर खुशियां ही खुशियां व ढोल नगाड़े बजाकर लोग बधाई गीत गाते है।उधर ऋषि विश्वामित्र जंगल में तप करते हैं जो राक्षसों के तांडव से क्रोधित होते हैं। उनके यज्ञ में उनके तपस्या में खलल डालने को लेकर वह अयोध्या नगरी राजा दशरथ से मिलने आते हैं। उनके दो पुत्र राम व लक्ष्मण को मांगने आते हैं उनके साथ फिर सुन्दर वन को जाते है जहाँ पूर्ववत की तरह फिर तप करते लगते है राक्षसों का समूह ताड़का सहित फिर वहीं उनका तप भंग करते आते है।भगवान राम द्वारा उनका संघार होता है।जहाँ राक्षसों के साथ ताड़का व सुबाहु का भी वध होता है।उधर देवराज इंद्र अहिल्या के पति के वेश में आते हैं।जहां गौतम ऋषी स्नान ध्यान करने गये होते है।उसी समय इन्द्र ऋषी के घर पहुँचते है उनकी पत्नी अहिल्या के साथ क्षल करते है।इतने में ऋषि गौतम वापस आते हैं अपने घर में धर्म पत्नी के साथ किसी साधु को देखकर अत्यंत क्रोधित हो उठते हैं उसी समय वह अपनी पत्नी व देवराज इन्द्र को श्राप दे देते हैं।इसी के साथ में कल की लीला समाप्त होती है। जिसमें दूरदराज से आए श्रद्धालु कार्यक्रम का आनंद लेते हैं।आदर्श राम लीला समिति सरैठा के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता नितेश सिंह ने सभी कलाकारों,बाहर से आये हुए आगंतुकों व सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी।

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