अली का चाहने वाला वही हो सकता है जोअली की मर्ज़ी के  खिलाफ कोई अमल ना करता हो – मौलाना हसनैन बाक़री 

नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)

अली के उसूलों पर अमल करने वाले को शीयाने अली कहते हैंईसाल ए सवाब के लिये खुशनूदिये परवर दिगार ज़रूरी है अपने आप को इस लायक़ बनाओ ताकि अली के शीया बन सको
बाराबंकी । ईसाल ए सवाब के लिये खुशनूदिये परवर दिगार ज़रूरी है।या यूँ कहें कि खुशनूदिये परवर दिगार में किया गया हर अमल ईसाले सवाब है।अल्लाह हमारी नीयतों को जानता है।ईसाल ए सवाब का दारो मदार नीयत पर होता है । यह बात इमाम ए जमाअत मस्जिद इमामिया मौलाना इब्ने  अब्बास के वालदैन की ईसाल ए सवाब की मजलिस को खिताब करते हुये आली  जनाब मौलाना हसनैन बाक़री ने कहा उन्होनें यह भी कहा कि अली के उसूलों पर अमल करने वाले को शीयाने अली कहते हैं ।अली का चाहने वाला वही हो सकता है जो अली की मर्ज़ी के  खिलाफ कोई अमल ना करता हो । अली की सीरत पर अमल करना ही मौलाइयत है यही विलायत है । मर्ज़िये खुदा व मर्ज़िये अली को निगाहों में रखकर किया गया अमल ऐन इबादत है। अली की मर्ज़ी निगाहों में  रखें ।रसूले खुदा के ज़माने मे भी शीयाने अली होते थे ।आखिर में कर्बला वालों के मसायब पेश किये जिसे सुनकर मोमनीन रोने लगे ।मजलिस का आगाज़ तिलावते रब्बानी से कारी मोहम्मद अब्बास ने किया । मौलाना अली मेहदी ने निज़ामत करते हुये बेहतरीन नात पेश किया – कौन कहता है मुझे शाने सिकंदर दे दे, मेरे माबूद मुझे फक़्रे अबूज़र दे दे। मजलिस से पहले डा 0 रज़ा मौरान्वी ने अपना कलाम पेश करते हुये पढ़ा – अपनी आंखों को लहू करके तुझे सोंचते हैं ,नफ़स को अपना अदू  करके तुझे सोंचते हैं ।अजमल किन्तूरी ने अपना कलाम पेश करते हुये पढ़ा – ये कौन  कहता है वहमो गुमा तलाश करो, रागे हयात में नूरे निहां तलाश करो ।आरिज़ जर्गान्वी ने अपना कलाम पेश करते हुये पढ़ा – नमाज़ को गमें सरवर से तुम जुदा न करो , नमाज़ फूल है उसकी महक अज़ादारी । कलीम आज़र ने पढ़ा – बराबर एक यही आवाज आती है फज़ाओं से नमाजें मोतबर होती हैं  मातम की सदाओं से । हाजी सरवर अली कर्बलाई ने अपना कलाम पेश करते हुये पढ़ा – फिर से हुर जैसे मुक़द्दर को जगाने के लिये, दिल मे होती है अज़ाने अली अकबर अब भी।मुज़फ्फ़र इमाम ने पढ़ा – अजमत नबी की कैसे बताये कोई बशर , लेता है इनका नाम खुदा एहतेराम से ।अद्नान रिजवी ,ज़मानत अब्बास व बच्चों ने भी नज़रानये अक़ीदत पेश किया । बानिये मजलिस मौलाना इब्ने अब्बास ने सभी का शुक्रिया अदा किया ।नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)

Don`t copy text!