विश्व में अद्भुत जामसांवली के हनुमान जी का कृपा दरबार: सुनते फरियाद करते मन्नत पूर्ण, दुखों को हरते बब्बा

पंकज पाराशर छतरपुर

भोपाल l विश्व में अद्भुत जामसांवली के हनुमान जी का कृपा दरबार, उनके दर पर जो जाता है, वह खाली हाथ कभी वापस नहीं आता। बजरंगबली बब्बा उसके सारे मनोरथ पूर्ण करते हैं। हनुमान जी की मूर्ति यहां निद्रा की अवस्था में हैं l किवदंति है कि सालों पहले यहां चोरी करने के लिए कुछ लोग पहुंचे थे। सामग्री बचाने के लिए भगवान लेट गए तब से निद्रा की अवस्था में हैं। मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा से 70 किमी की दूरी पर पांढुर्ना ब्लॉक की सीमा में स्थित है l जामसांवली मंदिर, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है। 15 फीट ऊंची रामभक्त हनुमान जी की प्रतिमा के नाभि से लगातार निकलता जल किसी औषधि और चमत्कार से कम नहीं है। भगवान की नाभी से निकले जल का प्रसाद जिसने पा लिया उसे कभी त्वचा से संबंधित रोग नहीं होता ऐसा भक्तों का मानना है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से सबसे अधिक श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर की स्थापना के बारे में कोई तथ्य या प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं, पर भू और राजस्व अभिलेख के अनुसार यह मंदिर 100 वर्ष पुराना है l पौराणिक कथाओ में ऐसा माना जाता है कि रामायण काल में हनुमान जी संजीवनी बूटी लाते समय जामसांवली में इसी पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम करने के लिए रुके थे।पंकज पाराशर छतरपुर

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