उत्तर प्रदेश में सरकार बदली सिस्टम बदला नहीं बदला तो नहीं बदला सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों का घटिया रवैया

शादाब अली की खास रिपोर्ट

देखिए तहसील सफीपुर ब्लॉक फतेहपुर 84 किया गया भ्रष्टाचार डालिए जरा अधिकारियों पर नजर जिनको क्षेत्रवासियों से लेकर कई अन्य लोगों ने शिकायतें की लेकिन नतीजा जू का तू है

उन्नाव जिले की तहसील सफीपुर बहुत चर्चित तहसील बन चुकी है सरकार अपने दावों में बार-बार अधिकारियों को आदेश तो कर रही है कि भू माफियाओं को कड़ी से कड़ी सजा देकर उनकी संपत्तियों की की जांच हो वही सरकारी कर्मचारी तहसील सफीपुर के अंतर्गत 525 व 542 कि बार-बार पैमाइश होने के बाद धारा 67 के तहत बेदखली के आदेशों की भी हवेल ना की जा रही है ऐसा लगता है कि अधिकारी व कर्मचारियों के जुबां पर एक ही कलमा रट गया है यह मामला कोर्ट विचाराधीन है और गरीबों को उजाड़ ओ अमीरों को बसाओ गरीब मरी तो मरने दो भू माफिया कुछ चाटुकार नेताओं के चमचे की बदौलत खूब उन चाटुकार को चमकाओ जिन की धमक अधिकारियों व नेताओं में बैठकर होती हो वहीं कई ग्राम पंचायतों की शिकायत भी रद्दी की टोकरी में कैद ब्लॉक फतेहपुर 84 के मंत्री व सेक्रेटरी मिलकर इतना माल डकार चुके हैं कि जब एसजीआरएस के माध्यम से कोई शिकायत आती भी है तो प्रार्थी को बताए बगैर उसकी संतुष्टि लगा कर भेज देते हैं ना कि कोई जांच और उस ग्राम में पहुंचने की जहमत उठाते हैं क्योंकि उनका एक ही रवैया प्रधान जी आप अपनी प्रधानी में मस्त रहिए जो करना है हम लोगों की कलम से होगा बस आप हम लोगों के पेट व जेब दोनों चीजें भरते रहिए बाकी हम ऊपर से नीचे तक मैनेज कर लेंगे क्या उत्तर प्रदेश के शासनकाल में अब यही चलेगा क्या आश्वासन पर आश्वासन लटका रहेगा प अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या कार्रवाई होती है या नहीं यह तो आने वाला समय ही तय कर पाएगा

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