एखलाक एडवोकेट के आकस्मिक निधन पर श्रद्धांजली सभा का हुआ आयोजन

अब्दुल जब्बार एडवोकेट

भेलसर(अयोध्या)समाजी,सियासी व धार्मिक तौर अपनी साफ सुथरी छवि रखने वाले मोहम्मद एखलाक एडवोकेट के आकस्मिक निधन से नगर सहित इलाके के उनसे लगाव रखने रखने वाले लोगों में गम का माहौल है।

इस सिलसिले में मरकजे अदब के तत्वावधान में अजीमुद्दीन एडवोकेट के मकान पर एक श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया।जिसमें अजीमुद्दीन एडवोकेट ने कहा श्री एखलाक एडवोकेट के निधन से हमने एक ऐसे मार्ग दर्शक को खो दिया है।जो समय समय पर हम सब का मार्ग दर्शन करते थे।वो बाराबंकी व लखनऊ में रहने के बावजूद रुदौली के लोगों से बेइंतिहा लगाव रखते थे।शाहिद सिद्दीकी रुदौलवी ने कहा एखलाक भाई अंजुमन इत्तेहादुल मुस्लेमीन के वार्षिक कार्यक्रम में ऐसे वक्ताओं को बुलाते थे जो एकता और मोहब्बत की बातें करे और मानवता को आम करने का संदेश दे।यही उनका मिशन था।सतीन्द्र प्रकाश शास्त्री ने कहा रुदौली तहसील को पुनः बाराबंकी में शामिल करने के लिए रुदौली संघर्ष समिति कि गठन कर की जाने बाली जद्दोजेहद पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।मलिक जावेद सपना ने भावुक होते हुए बताया वह हमारे परिवार के गार्जियन थे।हम लोगों की हर तरह मुश्किलों में बेहतर सुझाव दिया करते थे।उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।तालिब खान ने बताया वह मुझे कभी अपना जूनियर नहीं समझा बल्कि हमेशा एक बेटे के जैसा बर्ताव किया करते थे।काविश व मुजीब रुदौलवी ने कहा जब भी मुलाकात होती तो तो चाय नाश्ता किए बगैर जाने नहीं देते थे।ऐसी रहनुमाई मिलना मुश्किल है।इनके अलावा इरफान खां सभासद,रवी वैश्य,आशीर्वाद गुप्ता,शफात अहमद,फजल अजीमुद्दीन,शहाबुद्दीन समेत बड़ी संख्या में लोगों ने उनकी मग़फ़िरत के लिए दुआएं की।

दूसरी ओर समाज सेवी डॉ0 निहाल रजा के आवास पर एक श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया।डॉ निहाल रजा ने कहा मोहम्मद एखलाक एडवोकेट ने जाते जाते हमें कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से बचने की नसीहत दे गये।वह एक नेक और दूसरों के दुख दर्द बांटने वाले इंसान थे।इनके अतिरिक्त हाजी खुर्शीद आलम,क़ाज़ी इबाद शकेब,सै0 अली मियां,रघुकुल अग्रवाल,इस्माइल सभासद व अतीक खां आदि ने दो मिनट का मौन धारण कर श्री एखलाक एडवोकेट को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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