अमित शाह और जेपी नड्डा ने भाजपा अध्यक्ष पद का चुनाव कब लड़ा: अशोक गहलोत

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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव जून में होगा। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस कार्यसमिति ने अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम को जून तक के लिए टाल दिया है। वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने मई की शुरुआत में चुनाव प्रक्रिया खत्म कर 29 मई को पार्टी महाधिवेशन कराने का प्रस्ताव दिया था। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद पार्टी महासचिव और संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जून 2021 तक पार्टी को पूर्णकालिक निर्वाचित अध्यक्ष मिल जाएगा। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि अध्यक्ष पद के साथ सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के चुनाव कराए जाएंगे या नहीं। पार्टी के असंतुष्ट सीडब्ल्यूसी के चुनाव की वकालत कर रहे है। सीडब्ल्यूसी के एक सदस्य ने कहा कि बैठक में वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बैठक में सीडब्ल्यूसी सदस्यों और केंद्रीय चुनाव समिति का चुनाव कराने की मांग दोहराई। सूत्रों के मुताबिक पी. चिदंबरम और एक अन्य सदस्य ने चुनाव की मांग का समर्थन किया है। यह नेता अध्यक्ष पद का चुनाव टालने के भी हक में नहीं थे। उनका कहना था कि चुनाव जल्द होने चाहिए। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, ओमन चांडी और तारिक अनवर का कहना था कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को देखते हुए इन्हें टाल देना चाहिए। इसके बाद कई दूसरे सदस्यों ने भी इस पर सहमति जताते हुए आतंरिक चुनाव की प्रक्रिया को जून तक टालने का समर्थन किया। पार्टी अध्यक्ष के साथ सीडब्ल्यूसी सदस्यों के चुनाव कराए जाने के बारे में सवाल किए जाने पर केसी वेणुगोपाल ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पार्टी संविधान के मुताबिक पूरी की जाएगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सीडब्ल्यूसी सदस्यों का चुनाव कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के बाद होता है। ऐसे में पार्टी संविधान के मुताबिक इस बारे में फैसला करेगी। कांग्रेस कार्यसमिति में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काफी आक्रामक दिखे। गहलोत ने कहा कि पार्टी ने कई लोगों को मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सीडब्ल्यूसी का सदस्य और पदाधिकारी बनाया। हममें से किसी ने चुनाव के जरिए यह पद हासिल नहीं किया। पर इस वक्त पार्टी के अंदर कई लोग लगातार आंतरिक चुनाव की मांग कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, गहलोत ने सवाल किया कि कोई उन्हें बताएगा कि अमित शाह और जेपी नड्डा ने भाजपा अध्यक्ष पद का चुनाव कब लड़ा था। हम किसके एजेंडे पर काम कर रहे हैं। भाजपा कभी आंतरिक चुनाव की बात नहीं करती। उन्होंने कहा कि हम सब की पहली प्राथमिकता पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने चाहिए। उसके बाद आंतरिक चुनाव हैं। इस पर असंतुष्ट नेताओं में शामिल आनंद शर्मा ने ऐतराज जताते हुए कहा कि उन लोगों के ऊपर हमला करना पार्टी में फैशन बन गया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बारे में कभी कुछ नहीं कहा। इस पर बीचबचाव करते हुए अंबिका सोनी ने कहा कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखने वालों की बात नहीं कर रहे हैं।

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