संसार में मनुष्य को सदा अच्छे कर्म करना चाहिए: सरोजनी
मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489
मसौली बाराबंकी। कस्बा मसौली के मोहल्ला खरैला कुआँ पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के अन्तिम दिन कथाव्यास सरोजनी शास्त्री ने बताया कि श्रंगी ऋषि के श्राप को पूरा करने के लिए तक्षक नामक सांप भेष बदलकर राजा परिक्षित के पास पहुंचकर उन्हें डंस लेते हैं और जहर के प्रभाव से राजा का शरीर जल जाता है और मृत्यु हो जाती है। लेकिन श्री मद् भागवत कथा सुनने के प्रभाव से राजा परीक्षित को मोक्ष प्राप्त होता है। पिता की मृत्यु को देखकर राजा परीक्षित के पुत्र जनमेजय क्रोधित होकर सर्प नष्ट हेतु आहुतियां यज्ञ में डलवाना शुरू कर देते हैं जिनके प्रभाव से संसार के सभी सर्प यज्ञ कुंडों में भस्म होना शुरू हो जाते हैं तब देवता सहित सभी ऋषि मुनि राजा जनमेजय को समझाते हैं और उन्हें ऐसा करने से रोकते हैं। पूर्णआहुति के साथ कथा का समापन करते हुए बालव्यास सरोजनी शास्त्री ने कहा कि कथा के श्रवण प्रवचन करने से जन्मजन्मांतरों के पापों का नाश होता है और विष्णुलोक की प्राप्ति होती है तथा संसार में मनुष्य को सदा अच्छे कर्म करना चाहिए, तभी उसका कल्याण संभव है। माता-पिता के संस्कार ही संतान में जाते हैं।संस्कार ही मनुष्य को महानता की ओर ले जाते हैं। श्रेष्ठ कर्म से ही मोक्ष की प्राप्ति संभव है। अहंकार मनुष्य में ईष्र्या पैदा कर अंधकार की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि श्लोक कर्मण्ये वाधिकारस्ते मा फलेसु कदा चनिरू। मनुष्य को सदा सतकर्म करना चाहिए। उसे फल की ¨चता ईश्वर पर छोड़ देनी चाहिए। समापन के अवसर पर भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें मसौली सहित आसपास गांव के सैकड़ो भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर अशोक मौर्या, लवकुश मौर्या, अरुणेश रावत, सुदीप कनौजिया, प्रेमनन्द वर्मा, डॉ. रोहित वर्मा, विजय गुप्ता,कुलदीप कनौजिया , अनिल , मंगल विश्वकर्मा का विशेष सहयोग रहा।
मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489