भारत में पुराने रीति रिवाज से खेले जाते हैं खेल: सबाह
शिव शंकर बाजपाई संवाददाता बंकी ब्लॉक एसएम न्यूज़24टाइम्स
मसौली बाराबंकी। प्राचीन काल से ही भारत में खेलों की एक समृद्ध परंपरा रही है, ये खेल पीढ़ियों दर पीढ़ी और सांस्कृतिक माध्यमों के द्वारा न केवल मनोरंजन के लिए, बल्कि मानसिक क्षमताओं के विकास और शरीर को चुस्त तंदरुस्त बनाने के लिए भी खेले जाते रहे हैं। उक्त बातें मंगलवार को ग्राम गुरेला में खेले गये पुरानी सभ्यता के फन्टी गेंद प्रतियोगिता में विजेता टीम को पुरुस्कृत करते हुए समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष मो. सबाह ने कही उन्होंने कहा कि खेल तो सदियों पुराने हैं, जो पुराने रीति रिवाजों और पारम्परिक तरीकों के साथ खेले जाते रहे हैं. कई खेल पुरानी सभ्यताओं और संस्कृतियों के साथ जुड़े हुए हैं, लेकिन समय के साथ उन खेलों का स्वरूप बदला है जिसमे यह फन्टी गेम भी है। मो. सबाह ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल को खेल की भावना से ही खेलना चाहिए। खेल में हार जीत होती रहती है हार जीत से सबक लेकर खिलाड़ियों को आगे बढ़ना चाहिए। बीते 6 दिनों से चल रहे फन्टी गेम मे गुरेला, बड़ागाँव, डेडवा, देवकहा, मंजिठा, मेढ़िया सहित 20 टीमो द्वारा खेला गया मंगलवार को बड़ागाँव एव गुरेला के बीच फाइनल मैच खेला गया जिसमें बड़ागाँव की टीम विजेता बनी बड़ागाँव टीम के कप्तान मो. आसिफ व उपविजेता गुरेला टीम के कप्तान जितेंद्र कुमार को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। आयोजक जितेंद्र कुमार, मो. कय्यूम, रजत विश्वकर्मा, व विकास ने लोगो का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सपा जिला सचिव श्रवण रावत, चन्द्रप्रकाश राजवंशी, फकीर अली अंसारी, शहबाज अनवर, अनुराग, एडवोकेट अतुल मौर्या, अंकुर रावत, एडवोकेट अरविन्द, रवि वर्मा, रमाशंकर महेन्द्र कुमार सहित भारी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।
शिव शंकर बाजपाई संवाददाता बंकी ब्लॉक एसएम न्यूज़24टाइम्स