ईरान और रूस के संयुक्त सैन्य अभ्यास में भारतीय नौसैनिक भी शामिल होंगेः तेहरान
समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ 9889789714
ईरानी नौसेना के कमांडर एडमिरल ख़ानज़ादी ने कहा है कि क्षेत्रीय देश अतीत की अपेक्षा में इस समय एक दूसरे के अधिक निकट आ रहे हैं ताकि सामूहिक सुरक्षा को प्राप्त कर सकें।
ईरानी नौसेना के कमांडर ने कहा है कि हिन्द महासागर के उत्तर में ईरानी और रूसी नौसैनिकों का जो संयुक्त सैन्याभ्यास आज से आरंभ हुआ है उसमें भारत के नौसैनिक भी शामिल होंगे। एडमिरल हुसैन ख़ानज़ादी ने कहा है कि इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य क्षेत्र में सामूहिक सुरक्षा है।उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष से नौसैनिक अभ्यास में क्षेत्र और विश्व के दूसरे देशों को शामिल करना ईरान की नौसेना की कार्यसूची में शामिल है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि आज मंगलवार से हिन्दमहासागर के उत्तर में जो सैन्य अभ्यास आरंभ हुआ है उसमें रूसी नौसैनिक शामिल हो गये हैं और भारत के नौसैनिक भी शामिल हो जायेंगे।
एडमिरल ख़ान्ज़ादी ने कहा कि इस समय उत्तरी हिंद महासागर में बहुत अच्छी घटनायें घट रही हैं इस समय पाकिस्तान में “अमन” शीर्षक के अंतर्गत सैन्य अभ्यास आयोजित हो रहा है, जिसमें ईरानी नौसैनिक भी भाग ले रहे हैं।उन्होंने कहा कि जो भी प्रयास हिन्दमहासागर में किये जा रहे हैं वे इस बात के सूचक हैं कि इस क्षेत्र के देश अतीत की अपेक्षा एक दूसरे के अधिक निकट आ रहे हैं ताकि सामूहिक सुरक्षा को प्राप्त कर सकें।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि इन सब बातों और विचार- विमर्श का अर्थ क्षेत्र की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में विकास व प्रगति हो रही है और इस समरसता का अर्थ यह है कि विश्व साम्राज्य को चाहिये कि वह क्षेत्र से चला जाये कि इस क्षेत्र के अपने मालिक हैं और वे सुरक्षा स्थापित करने में पूरी तरह सक्षम हैं।