……अब दोस्त कोई लाओ मुकाबिल में हमारे, दुश्मन तो कोई कद के बराबर नहीं निकला।
संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स 8004283330
आज भी दुश्मन कोई कद के बराबर नही निकला! -शेर का शिकार करने के लिए बनाया गया झुण्ड
लखनऊ। एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए तत्पर है, और अधिकारियों को निर्देश भी दिया गया है कि कई भी सरकारी जमीन पर कब्जा कर तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बाराबंकी में भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित करने वाले बेबाक व निर्भीक पत्रकार पर फिल्मी अंदाज में जिला प्रशासन पर्दे के पीछे से खेल रचकर मान्यता प्राप्त पत्रकार रिजवान मुस्तफा व उनके भाई अधिवक्ता रेहान मुस्तफा पर फर्जी मुकदमें दर्ज करवा रहा है, ताकि भ्रष्टाचार को उजागर करने में जनपद का कोई पत्रकार हिम्मत न कर सके।
आइए आपको जिले के में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा शहर के बीचो-बीच में स्थित जमुरिया नाले के दोनों ओर कई दबंगों ने अपनी सरहंगई के बल पर कब्जा कर रखा है। कई व्यक्तियों ने तो जमुरिया की ग्रीन बेल्ट को ही लील कर अपने हिस्से में मिला लिया है। इस सम्बंध में जब तहलका टुडे ने खबर को कवरेज करके प्रकाशित किया तो सारे अवैध कब्जेदार व उनके मेली मददगार जो अनैतिक धन अर्जित करते हैं उनमें खलबली मच गई तथा जिला प्रशासन की संलिप्तता जनता में जगजाहिर होने लगी तो ‘‘प्रशासन का पावर’’ नामक गेम चालू हुआ जो अभी भी चल रहा है। उसी कड़ी में जिला प्रशासन ने शहर के कई भ्रष्टाचारियों, ठकेदारों तथा दुराचारियों को इकट्ठा करके धीरे-धीरे अपनी साख को बचाने के लिए नोटिस पर नोटिस तथा फर्जी मुकदमें की झड़ी लगा दी गई है।
शहर के कई बेशकीमती जमीनांे पर अवैध कब्जा है जिसकी जानकारी जिला प्रशासन को है लेकिन कार्यवाही करने के नाम पर सिर्फ खानापूरी होती है। शहर के कर्बला, कब्रिस्तान, जमुरिया पुल के दोनांे साइड की जमीन, बंजर, तालाब सब जगह दबंगों ने कब्जा कर रखा है। किन्तु जब खबर प्रकाशित होती है तो जिला प्रशासन कब्जेदारों के खिलाफ कोई कार्यवाही न करके उल्टे पत्रकारों पर कार्यवाही करती है ताकि सच को जनता के सामने व उच्च अधिकारियों के सामने न दर्शाया जा सके।
मालूम हो कि भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित करना आज के युग में बहुत कठिन कार्य है लेकिन फिर भी कुछ पत्रकारों का जमीर अभी जिंदा और सत्य लिखने से बाज नहीं आते हैं इसी कारण जिला प्रशासन उनसे अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी समझ लेता है और फिर जिला प्रशासन ही राजनीतिक का शिकार हो जाता है। आज की विषम परिस्थितियों में भी सच लिखने वाले पत्रकारों के लिए यह शेर बहुत सटीक बैठता है-अब दोस्त कोई लाओ मुकाबिल में हमारे, दुश्मन तो कोई कद के बराबर नहीं निकला। अब देखना है कि क्या भ्रष्टाचारी, कब्जाधारी सब मिलकर इसी तरह का खेल खेला करेंगे या प्रदेश सरकार इन पर कोई लगाम लगायेगी।
संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स 8004283330