शिक्षक विद्यालयों को प्रेरक बनाने हेतु तैयार करें रूपरेखा: जैनेन्द्र कुमार दो दिवसीय ब्लाक स्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण में बोले नगर शिक्षा अधिकारी

नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211

बाराबंकी। बृहस्पतिवार को शहर के नगर संसाधन केन्द्र में आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका, ‘समृद्ध‘ हस्त पुस्तिका (रिमिडियल टीचिंग प्लान), प्रिन्टरिच मैटेरियल एवं गणित किट पर आधारित दो दिवसीय ब्लाक स्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण के द्वितीय एवं समापन दिवस का आयोजन हुआ। प्रशिक्षण में बोलते हुए नगर के खण्ड शिक्षा अधिकारी जैनेन्द्र कुमार ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की ज्ञान को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिये नगर संसाधन केन्द्र में पूरी निष्ठा व समर्पण के साथ इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। तथा इस प्रशिक्षण में शिक्षण संदर्शिका, समृद्ध मॉड्यूल, गणित किट, प्रिंट रिच मटेरियल तथा सहज पुस्तिका पर आधारित ऐसी तमाम बातें शिक्षकों को बताई गई जिसका प्रयोग करके वे अपनी कक्षा को बच्चों के लिए रोचक और जीवन्त बना सकते हैं। तथा इससे हमारे बच्चों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा और पढ़ाई के प्रति उनकी रुचि जागृत होगी। जैनेन्द्र कुमार ने इसके बाद सभी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षकों को पूरी ईमानदारी के साथ अपने विद्यालय में जाकर शिक्षण कार्य करने हेतु प्रेरित किया तथा उन्होंने यह भी कहा कि सभी शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों को प्रेरक बनाने हेतु एक रूपरेखा तैयार करें और पूरी प्लानिंग के साथ इस प्रशिक्षण में बताई गई सभी शिक्षण विधियों का प्रयोग कक्षा-शिक्षण में करें, इससे बच्चों का पढ़ाई में मन भी लगेगा और वे विद्यालय आने में सरलता भी महसूस करेंगे। तथा इन सभी प्रयासों से हमारा ब्लॉक निर्धारित समय में प्रेरणा लक्ष्य की प्राप्ति कर जनपद में प्रेरक ब्लॉक बनने का गौरव हासिल कर सकेगा। जिससे हमारे ब्लॉक तथा जनपद के नाम पूरे प्रदेश में निश्चित रूप से गौरान्वित होगा। प्रशिक्षक के रुप में आये एआरपी ऋषि वर्मा, एआरपी अरुण कुमार वर्मा तथा एआरपी मंजुला सिंह द्वारा प्रशिक्षण के दौरान गणित शिक्षण एवं रिमिडियल टीचिंग हेतु पूरे सत्र की कार्य योजना, बेस लाइन आंकलन, एंड लाइन आंकलन, आंकलन के स्तर एवं टूल्स, परिवर्तित कक्षा-कक्ष की छवि एवं अन्य बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की तथा सभी एआरपी ने बारी-बारी से छोटी-छोटी गतिविधियों के द्वारा ऐसी बहुत सी टिप्स दी जिससे कक्षा का वातावरण रुचिकर बनाया जा सके। साथ ही सभी ट्रेनर्स ने विभिन्न प्रतियोगिताएं एवं कार्यक्रम आयोजित कर प्रशिक्षण अत्यन्त रुचिकर भी बनाया, जिसकी सभी शिक्षकों ने ताली बजाकर प्रशंसा भी की। वहीं प्रशिक्षण शिविर में मौजूद एसआरजी पद्मजा त्रिपाठी ने रोचक ढंग से अध्यापकों को शिक्षण शैली अपनाने की बात कही तथा उन्होने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि जमाना आगे जा रहा है। ऐसे में नई-नई तकनीकों का सहारा लेकर हम नई सोच की तरफ बच्चों को ले जा सकते हैं। इसके बाद उन्होने अध्यापिकों से अपील की कि वह अपनी कक्षा को प्रिन्टरिच बनाये जिससे बच्चों की रुचि बढ़ेगी। इसके साथ-साथ पद्मजा त्रिपाठी ने लर्निंग ऑउटकम को जल्दी प्राप्त करने के लिए लर्निंग स्टाइल टेस्ट का प्रस्तुतिकरण भी किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य रूप से सेवानिवृत प्र.अ. जहीर साहब, प्र.अ. अनीसा खातून, प्र.अ. स्वालिहा सिद्दीकी, प्र.अ. संगीता कुमारी, प्र.अ. गौरी रस्तोगी, प्र.अ. गीता वर्मा, प्र.अ. राफिया खातून, प्र.अ. फातिमा जमाल, प्र.अ. गौरव शंकर शुक्ला, शिक्षा मित्र शैलेन्द्र कुमार शर्मा, अलीमुद्दीन, नाजिया जुबैर, प्रियंका द्विवेदी, आरती यादव, अनीता, सायमा खातून, अर्जुमन्द बेनजीर, ललिता मौर्य सहित समस्त शिक्षक एवं शिक्षा मित्र तथा नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय से पुनीत, संदीप, अविनाश, नेहा, प्रवेश, चाँद, सहित तीन संकुल शिक्षक भी मौजूद रहें।

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