उन्नाव जिले में डेढ़ महा से नाबालिक पीड़िता खा रही है दर-दर की ठोकरें पर नहीं छलक रहा है उन्नाव जिले के प्रशासन के आंखों में पानी।
उन्नाव जिले के थाना आसीवन कुरसठ ग्रामीण मोहल्ला अफगान में 15 फरवरी को हुई नाबालिक अपहरण के मामले में सत्ताधारी व चाटुकार नेताओं के आगे पुलिस ने डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी नही की कोई कार्रवाई।
15 फरवरी को नाबालिग पीड़िता को बेहोशी हालत में गांव के ही कुछ लोग उठा ले गए थे जब आँख खुली थी तो वो लखनऊ में जगजीवन की दीदी के घर पर थी फिर सजर टाइल्स फैक्ट्री पर लाया गया जहाँ नाबालिग लड़की आरोप है कि मेरे साथ बारी-बारी से दुराचार किया गया जो कि सबसे पहले जगजीवन ने किया उसके बाद सजर सीमेंट टाइल्स फैक्ट्री के मालिक ने क्या,फिर डॉक्टर बदरुद्दीन ने क्या जो कि लखनऊ में एक क्लीनिक चलाते हैं, तीसरे राजू गद्दी ने क्या और फर्जी दरोगा बन कर मेरे पर तमंचा तानकर मेरी तीन वीडियो भी बनाई गई जो कि वह उनको वायरल कर रहे हैं मेरी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुखिया जहां एक तरफ अपने शासन काल में बड़ी बड़ी उपलब्धियां तो गिना रहे हैं वही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा भी दे रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार में कुछ ऐसे चाटुकार नेता है जो कि साफ-सुथरी छवि वाले मुखिया की छवि को पूरी तरह धूमिल कर कर मखी जैसे कांड को बनाने में तुले हुए हैं उन्नाव जिले में जल्द ही फिर ना बन जाए मखी कांड जहां एक नाबालिक पीड़ित दर-दर की ठोकरें खा रही है लेकिन कुछ सत्ताधारी आस्तीन के सांप बन चुके हैं जो कि बाहुबलियों को बढ़ावा देकर और मित्र पुलिस को ऐसा करना पड़ता है कि उल्टा पीड़ित पर ही समझौते का दबाव बनाया जता है शुरू से ही दबदबा है पीड़ित को एक-एक दिन कर कर अब एक माह से ऊपर बीत गया है लेकिन चंद चाटुकार नेता अपनी चाटुकारिता चमकाने के लिए पीड़ित परिवार को कर रहे हैं मजबूर अपनी ही सरकार में रहकर बनाते हैं प्रशासन पर दबाव आखिर अब पीड़ित परिवार जल्द ही लेगा कोट की शरण और कोर्ट से करेगा कई चीज को उजागर और यहां पर कई ऐसे भी सवाल होंगे की जब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा देखना यह होगा कि क्या सत्ताधारी एक गरीब परिवार पर अत्याचार करते रहेंगे या फिर भाजपा सरकार खाली दावे तो करती है या फिर इनकी सरकार में इनके चाटुकार नेता की चुंगल से गरीब पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगे गी या फिर ही अपनी सरकार को पूरी तरह से छवि को धूमिल करते रहेंगे यह तो आने वाला समय ही तय करेगा