संजीव दास के निधन पर गांधी भवन में हुई शोकसभा

मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489

बाराबंकी। गांधीवादी चिन्तक एवं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव दास के असमायिक निधन पर गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट परिवार शोकाकुल है। शनिवार को गांधी भवन में स्व. दास की स्मृति में शोकसभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। सभा की अध्यक्षता कर रहे समाजवादी चिन्तक राजनाथ शर्मा ने बताया कि स्व. संजीव दास आत्मनिर्भर भारत यात्रा के उड़ीसा प्रभारी थे। हाल ही में जब उनसे दूरभाष पर बात हुई तो उन्होंने उड़ीसा के कटक शहर के स्वराज्य भवन में यात्रा को ले जाने का आग्रह किया था जहां 23 मार्च 1921 को महात्मा गांधी अपनी पत्नी और बेटे देवदास के साथ पहुंचे थे। श्री शर्मा ने कहा कि स्व. दास बीजू पटनायक के समर्थकों में से थे। उनकी माता मीरा दास एक समाजसेविका एवं राजनेत्री थी। वह 1990 में सांसद चुनी गई। वह समाजवादी आन्दोलन से जुड़ी हुई मलिा है। उनके पुत्र स्व. संजीव दास एक विधिवेत्ता थे। गरीबों की मदद करने और उन्हें न्याय दिलाना ही उनकी प्राथमिकता थी। उनका असमायिक निधन की सूचना गांधी ट्रस्ट के ट्रस्टी वरिष्ठ अधिवक्ता एस.एस नेहरा ने दूरभाष पर दी। स्व. दास का निधन सामाजिक क्षेत्र में अपूर्णनीय क्षति है। इस मौके पर प्रमुख रूप से फतेहपुर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष यादवेन्द्र सिंह यादव, विनय कुमार सिंह, मृत्युंजय शर्मा, सत्यवान वर्मा, पाटेश्वरी प्रसाद, अनुपम सिंह राठौर, पी.के सिंह, साकेत मौर्या, नीरज दूबे सहित कई लरेग मौजूद रहे।

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