दामाद ने अपने प्रतिद्वंद्वी ससुर को पहनाया हार का ताज ग्राम पंचायत तपेसिपाह में दामाद के खिलाफ चुनाव लड़ना ससुर को पड़ा भारी

ग्राम प्रधानी चुनाव में आमने सामने थे ससुर दामाद

बाराबंकी। राजनीति में अपना कोई नही होता। जी हा जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण हाल ही सम्पन हुए पंचायत चुनाव 2021 में देखने को मिला है। जहाँ पर ससुर ने दामाद के खिलाफ न केवल चुनाव लड़ा बल्कि वो सभी हथकंड़े अपनाए जिससे दामाद के सिर जीत का सेहरा न सज सके। लेकिन जाको राखे साईंया, मार सके न कोई। मामला ग्राम पंचायत तपेसिपाह विकास खंड रामनगर बाराबंकी का है। जहाँ 3 मई को शुरू हुई मतगणना में दामाद ने न सिर्फ शुरुआती दौर में बढ़त बनाई। बल्कि जीत का सेहरा भी अपने सर बाधा। जी हाँ ग्राम पंचायत तपेसिपाह में चार प्रत्याशी मनीराम यादव, महेंद्र , राकेश व सुशील कुमार चुनाव मैदान उतरे थे। जिसमे 201 वोट से विजयी हुए सुशील कुमार अपने प्रतिद्वंद्वी मनीराम यादव के दामाद है। ससुर का अपने दामाद के खिलाफ चुनाव लड़ना न केवल चर्चा का विषय बना हुआ है। बल्कि आपसी रिश्तों की मधुरता को भी चर्चा में लाकर खड़ा कर दिया है। विजयी प्रत्याशी सुशील कुमार को गाँव को जनता ने चुना जबकि अन्य प्रत्याशियों में राकेश को 198 मत मिले जिनका चुनाव चिन्ह कन्नी, महेंद्र को 184 मत जिनका चुनाव चिन्ह इमली , मनीराम यादव को 188 मत और चुनाव चिन्ह अनाज औसाता किसान था। विजयी प्रत्यशी सुशील कुमार पूर्व में भी ग्राम पंचायत के प्रधान पद पर रहकर जनता की सेवा कर चुके है। तो वही दूसरी तरफ चुनाव परिणाम के बाद जहाँ आम चर्चा है कि दामाद के खिलाफ ससुर का चुनाव लड़ना न केवल आपसी मधुरता को बिगाड़ना है। बल्कि चर्चा में आना है।

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