ममता सरकार की तानाशाही बर्दाश्त नहीं: आकाश पटेल अभाविप कार्यकर्ताओ पर हो रहे हमले को लेकर मुख्यमंत्री का फूका पुतला
नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211
बाराबंकी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बाराबंकी जिले की सिद्धौर नगर इकाई के कार्यकर्ताओ द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुंडों द्वारा संघ परिवार और विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ पर किए गए आत्म घाती हमले तथा बहनों के साथ हुए दुराचार के विरोध में सिद्धौर के ठाकुर द्वारा रोड पर ममता बनर्जी का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया। परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आकाश पटेल रुद्र ने बताया कि 3 मई को कोलकाता के प्रांत कार्यालय पर ममता सरकार के लगभग 100 से अधिक गुंडो द्वारा उपद्रव किया गया और कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट व तोड़फोड़ की गई लग भग एक बजे दोपहर में 15-20 मिनट तक चले इस उपद्रव की तैयारी में तृणमूल कांग्रेस के गुंडे पहले से ही लगे थे तथा रात में लगभग 180 ऐसे लोगो को बाइक से अभाविप प्रांत कार्यालय के बाहर उपद्रव करते देखा गया था। तृणमूल के गुंडों द्वारा अभाविप कार्यालय पर हुए हिंसक हमले में हमारे प्रमुख कार्यकर्ता सुरक्षित है लेकिन जिस प्रकार का हिंसक व्यवहार मुख्यमंत्री तथा उनके गुंडों द्वारा विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद दिखाया जा रहा है वह अत्यंत शर्मनाक व निंदनीय है। आने वाले समय में परिस्थितियां कैसी होने वाली है इसका उदाहरण ममता और उनके गुंडों ने पेश कर दिया है। जहां संपूर्ण भारत में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में ग्रसित लोगो की विद्यार्थी परिषद बढ़ चढ़कर सेवा में लगी है वही दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुंडों द्वारा संघ और विद्यार्थी परिषद के कार्यालय में घुसकर तोड़ फोड़ और मारपीट कर रही है। बंगाल में छात्रा बहनों के साथ हुए बलात्कार और निर्मम हत्या की घटना पर ममता बनर्जी द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही न करना उनके तानाशाही रवैये को दर्शाता है। नगर मंत्री दुर्गेश वर्मा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुंडों द्वारा नरसंघार रोकने के लिए भारत सरकार को तत्काल राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। पुतला दहन में दुर्गेश वर्मा, विवेक वर्मा, नितीस, दीप्तांशू निगम, राज भारती, प्रदुम, पंकज, विनय मौजूद रहे।
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