132 साल बाद दूसरी बार घरों में अदा की गई नमाज, कोरोना खत्म होने की मांगी दुआ

कोरोना की वजह से ईदगाह ताजुल मसाजिद समेत दूसरी मस्जिदों में अदा नहीं की गई सामूहिक नमाज

भोपाल। पूरे प्रदेश में शुक्रवार को ईद मनाई जा रही है, लेकिन ईद पर कोरोना का सीधा-सीधा असर देखा जा रहा है। राजधानी की ईदगाह ताजुल मसाजिद समेत दूसरी मस्जिदों में महामारी की गंभीर स्थिति को देखते हुए सामूहिक नमाज अदा नहीं की गई। लोगों ने बिना गले मिले एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक, मस्जिदों में सिर्फ 5 लोगों के नमाज अदा करने की अनुमति थी। 132 साल बाद यह दूसरा मौका है, जब ईद की नमाज लोगों घर में अदा की है। नमाज के बाद लोगों ने कोरोनावायरस के खात्मे के लिए दुआ मांगी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भी प्रदेशवासियों को ईद की बधाई दी।

ईद पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है। राज्यपाल ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि ईद का त्यौहार शांति, एकता और भाईचारे की भावना को मजबूत करने का संदेश देता है। राज्यपाल ने कोरोना संक्रमण के संकट काल में शासन के बनाए नियमों का पालन करते हुए त्यौहार मनाने की अपील की। राज्यपाल ने कहा कि मौजूदा संकट से सभी बाहर आएं, इसके लिए दुआएं होना चाहिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ईद पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि यह पर्व भाईचारे, प्रेम, शांति, सौहार्द, त्याग और करुणा की भावना को बढ़ाता है। हम सब न्यायपूर्ण, समरसता पूर्ण और एक समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रेरित होते हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए सभी नियमों, उपाय, सावधानी और दिशा निर्देशों का पालन करने की भी अपील की। नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भी ईद उल फितर पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद दी है। कमलनाथ ने कहा है कि कोरोनावायरस से मुक्ति दिलाने के लिए और सभी के स्वस्थ रहने की कामना के लिए हर कोई इबादत करे।

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