जिंदा शहीद दीनानाथ राय का निधन एक युग का अवसान: राजनाथ राज्य सरकार ने दीनानाथ राय ‘शास्त्री’ को दिया था जिंदा शहीद का सम्मान

मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489

बाराबंकी। अमर शहीद डा. शिवपूजन राय के पुत्र श्री दीनानाथ राय ‘शास्त्री‘ के निधन से शहादत का एक युग समाप्त हो गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हे जिंदा शहीद का सम्मान दिया था। यह बात गांधी भवन में गांधीवादी चिंतक दीनानाथ राय ‘शास्त्री‘ के असमायिक निधन पर आयोजित शोकसभा की अध्यक्षता कर रहे समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने कही। श्री शर्मा ने बताया कि दीनानाथ राय ‘शास्त्री‘ का जन्म 1942 में हुआ था। जब भारत छोड़ो आन्दोलन में श्री शास्त्री के पिता डा. शिवपूजन राय के नेतृत्व में गाजीपुर जिला के शेरपुर में नवजवानों की एक टोली निकली। जिसमें नवजवानों ने सीने पर गोली खाते हुए मोहम्मदाबाद तहसील पर तिरंगा फहरा दिया। 18 अगस्त 1942 के दिन हुए इस तिरंगा रोहण में आठ लोग शहीद हुए थे। जिन्हे अष्ट शहीद के रुप में भी जाना जाता है। एक ही गांव के इन आठ लोगों की शहादत के बाद अंग्रेजी फौज ने 29 अगस्त 1942 को शहीद परिवारों को रौंदने के लिये शेरपुर गांव मंे हमला बोल दिया। अंग्रेज सैनिकों ने पूरा गांव लूट लिया और जला दिया। इस घटना में तीन अन्य लोग शहीद हुए। श्री शर्मा ने बताया उक्त घटना के समय दीनानाथ राय ‘शास्त्री‘ गर्भ में थे। जिस कारण शास्त्री जी को उत्तर प्रदेश सरकार ने जिंदा शहीद का दर्जा दिया है। उनके निधन से एक युग का अवसान हो गया। इस मौके पर लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संयोजक धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, डा. सीएम मिश्रा, विनय कुमार सिंह, मृत्युंजय शर्मा, जमील-उर-रहमान, धनंजय शर्मा, पी.के.सिंह, सत्यवान वर्मा, पाटेश्वरी प्रसाद, संतोष शुक्ला, संजय सिंह, नीरज दूबे, मनीष सिंह, अनिल यादव आदि लोग मौजूद रहे।

मामुन अंसारी जिला ब्यूरो बाराबंकी(एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)9044641489

 

 

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