डायबिटीज है तो दोपहर में करें एक्सरसाइज, कंट्रोल में रहता है ब्लड शुगर; रूटीन में शामिल करें ये 5 आसान वर्कआउट

यह एक्सरसाइज उनके लिए भी है जो देररात तक जागते हैं और सुबह देर तक सोते हैं.दोपहर की हल्की एक्सरसाइज देर रात या शाम के भोजन को पचाने में मदद करती है.

2 डायबिटीज है तो दोपहर में करें एक्सरसाइज, कंट्रोल में रहता है ब्लड शुगर; रूटीन में शामिल करें ये 5 आसान वर्कआउट|लाइफ & साइंस
यह एक्सरसाइज उनके लिए भी है जो देररात तक जागते हैं और सुबह देर तक सोते हैंदोपहर की हल्की एक्सरसाइज देर रात या शाम के भोजन को पचाने में मदद करती है…डायबिटीज से जूझने वाले मरीज मोटापे से भी परेशान होते हैं। डॉक्टर्स इन्हें वजन कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। इनके लिए एक्सरसाइज का सही समय क्या है] इसे वैज्ञानिकों ने हालिया रिसर्च में बताया है।रिसर्च के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों के लिए दोपहर में एक्सरसाइज करना सबसे बेहतर है। द फिजियोलॉजी सोसायटी जर्नल में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, ऐसे लोग जिन्हें टाइप-टू डायबिटीज का खतरा अधिक था, जब उन्होंने दोपहर में एक्सरसाइज करनी शुरू की तो मेटाबॉलिक हेल्थ में सुधार हुआ। जबकि उसी एक्सरसाइज को सुबह करने वाले लोगों में ज्यादा फर्क नहीं दिखा।नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन जर्नल में 2019 में पब्लिश एक और रिसर्च में सामने आया है कि डायबिटीज के मरीजों ने जब दो हफ्ते तक दोपहर में तेज गति वाली एक्सरसाइज की तो ब्लड शुगर कंट्रोल में करने में मदद मिली।

ऐसा होता क्यों है, यह भी समझ लीजिए

शरीर के हर टिश्यू में एक मॉलिक्युलर क्लॉक होती है जो रोजाना धूप, भोजन और नींद के असर को बताने के लिए एक मैसेज भेजती है। रिसर्च के मुताबिक, जिन लोगों की दिनचर्या और मेटाबॉलिक हेल्थ ठीक नहीं है उनके लिए दोपहर की एक्सरसाइज फायदेमंद हो सकती है। खास तौर पर उन लोगों के लिए जो देर रात तक जागते हैं और सुबह देर तक सोते हैं।नीदरलैंड की मास्ट्रिच यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में रिसर्चर डॉ. पैट्रिक सुवेन का कहना है कि दोपहर की हल्की एक्सरसाइज देर रात या शाम को किए गए भोजन को पचाने में मदद करती है।

डायबिटीज के मरीज हैं तो ये 5 वर्कआउट अपने रूटीन में शामिल करें

अगर आप जिम नहीं जाना चाहते हैं तो सबसे बेहतर है वॉकिंग। हफ्ते में 5 दिन 30 मिनट की वॉक आसानी से की जा सकती है। 2014 में हुई एक रिसर्च के मुताबिक, वॉकिंग वजन को घटाने के साथ ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करती है।डायबिटीज के करीब 50 फीसदी मरीज आर्थराइटिस भी जूझते हैं। उम्र बढ़ने के साथ मोटापा और डायबिटिक न्यूरोपैथी के मामले भी बढ़ते हैं। इनका खतरा घटाने के लिए साइक्लिंग की जा सकती है। इसे रोजाना अपनी क्षमता के मुताबिक कर सकते हैं।हार्ट, फेफड़े और मसल्स को हेल्दी रखने के लिए स्वीमिंग, वॉटर एयरोबिक्स, एक्वा जॉगिंग कर सकते हैं। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि मोटापा कंट्रोल होता है और मेटाबॉलिज्म सुधारता है।जेरियाट्रिक मेडिसिन जर्नल में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, योग की मदद से टाइप-2 डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और मोटापा कंट्रोल कर सकते हैं। इससे ब्लड प्रेशर में सुधार होता है और नींद न आने की समस्या भी दूर होती है। इसके लिए पश्चिमोत्तानासन, सर्वांगासन और हलासन कर सकते हैं।

अमेरिकन जर्नल ऑफ हेल्थ बिहेवियर में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, एरोबिक डांस भी डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज है। डायबिटीज के मरीजों को 16 हफ्ते तक जुम्बा एक्टिविटी में शामिल किया गया। रिसर्च में सामने आया कि इनका वजन घटा और मेटाबॉलिज्म बेहतर हुआ।

Don`t copy text!