भ्रष्टाचार की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी न्यायाधीश द्वारा करायी जाये: तनुज कांग्रेस ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स 8564852662

बाराबंकी। रामालय ट्रस्ट के ट्रस्टी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के राम मन्दिर के घोटाले के आरोपी ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय तथा ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्र को हटाये जाने की मांग ने साबित कर दिया हैं कि राम मन्दिर ट्रस्ट से सम्बन्धित जमीन सौदे में करोड़ो रूपये का घोटाला किया गया हैं। राम मन्दिर देश की करोड़ो आवाम की आस्था का प्रतीक हैं। राम के भव्य मन्दिर के निर्माण को किसी भी प्रकार की आर्थिक और कानूनी अनियमितताओं की शंकाओं से दूर रखने के लिये आवश्यक हैं कि जमीन के सौदे में लगे भ्रष्टाचार की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी न्यायाधीश द्वारा करायी जायें। उक्त मांग गुरुवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के मध्य जोन के अध्यक्ष तनुज पुनिया, जिलाध्यक्ष मो. मोहसिन ने राम मन्दिर ट्रस्ट से सम्बन्धित जमीन सौदे में लगे भ्रष्टाचार की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से कराने के सम्बन्ध में देश के महामहिम राष्ट्रपति को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करने के पूर्व स्थानीय कचेहरी में जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन के दौरान की। इस मौके पर मो. मोहसिन ने कहा कि भारतीय नागरिकों के आस्था के प्रतीक श्री राम के भव्य मंदिर के लिये विभिन्न सामाजिक वर्ग के द्वारा दिये गये चन्दे से जमीन खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जा रहे हैं इसलिये मौजूदा परिस्थिति में सरकार द्वारा आरोपियों को क्लीन चिट दी जा रही हो तो सम्पूर्ण प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में किया जाना आवश्यक हैं। कांग्रेसियों ने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को महामहिम के नाम जो 8 सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित किया हैं। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रुप से राजेन्द्र वर्मा, सरजू शर्मा, गौरी यादव, के.सी.श्रीवास्तव, देवेन्द्र प्रताप यादव, सिकन्दर अब्बास रिजवी आदि कांग्रेस मौजूद रहे।मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स 8564852662

 

 

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