स्वास्थ्य कर्मियों के दबाव में जांच पूर्व हटाया चिकित्सक।

समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ 9889789714

दोष सिर्फ इतना कि बिना ड्यूटी पर आये तनुखा लेने व समय पर आने की कहना पडा भारी वरिष्ठ चिकित्सक का एक सप्ताह पूर्व सीएचसी पर हुआ था स्थानान्तरण। ज्यौनिंग करने जाने पर वहाँ तैनात चिकित्सक ने नहीं दिया था चार्ज। ज्योनिंग पूर्व ही चिकित्सा कर्मियों के दबाव में किया स्थानान्तरण।

एटा जनपद के थाना अलीगंज क्षेत्र के कस्बा अलीगंज स्थित CHC से स्थानांतरित होने के बाद वहां तैनात चिकित्सक डाक्टर रविरंजन यादव द्वारा चार्ज न देने को लेकर उपजे विवाद ने राजनैतिक रूप ले लिया और 6 वर्षो से जैथरा CHC पर तैनात चिकित्सक के पक्ष में वहाँ तैनात स्टाफ नर्स आदि ज्यौनिंग करने आये वरिष्ठ चिकित्सक डा राजेश शर्मा के विरुद्ध आ गये और उन्होंने डाक्टर पर महिलाओं से अभद्रता व उत्पीड़न का आरोप लगा कर डाक्टर राजेश शर्मा को हटाने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर जमकर हंगामा किया।

स्वास्थ्य कर्मियों की उक्त शिकायत पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर उमेश त्रिपाठी ने एक टीम बनाकर जांच के आदेश दिये वहीं जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने भी जांच के आदेश दिये हैं। आज जैथरा मुख्य चिकित्साधिकारी व जिलाधिकारी के कार्यालय से जैथरा सीएससी पर दो टीम जांच. हेतु पहुंची तो वहां का स्टखफभडक उठा और धरना प्रदर्शन कर जयकर हंगामा किया गया उसके बाद दोनों चिकित्सकों को जेथरा से हटा दिया गया। इसह पूरे प्रकरण में एक माजरा समझ में नहीं आया कि जब डॉक्टर को. हटाना ही था तो फिर.यह जांच का नाटक क्यों।

विवादो के घेरे में आये वरिष्ठ चिकित्सक डाक्टर राजेश शर्मा ने बताया कि एटा से स्थान्तरित होने के बाद में पांच दिन पूर्व में जैथरा सीएचसी प्रभारी के रूप में चार्ज ग्रहण करने गया तो वहां मैने जब कुछ दस्तावेज चैक किये तो वहाँ आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की अटैन्डैन्स तो लगी थी किन्तु वह चिकित्सालय में कभी नहीं आते थे साथ ही स्वास्थ कर्मी भी चिकित्सालय में समय से नहीआते थे मैने उन न आने वाले चिकित्सक व कर्मचारियों की अनुपस्थिति लगा दीऔर सभी कर्मचारियों को समय से आने की चेतावनी दे दी तो एक षड्यंत्र के तहत मेरे ऊपर वहां की नर्स जो खुद भीकभी समय से नहीं आती थी को अपने इन फर्जीवाड़ा के कारनामों को दबाने व बिना चिकित्सालय आये तनुखा देने को दबाने के उद्देश्य से मेरे ऊपर अनर्गल आरोप लगाये जा रहे हैं। मैं काफी समय अलीगंज सीएचसी पर रहा हू मेरे ऊपर आज तक किसी महिला ने अभद्रता व उत्पीड़न का आरोप नहीं लगाया है। मैं काम को प्राथमिकता देता हूं ईमानदारी से काम करना पसंद करता हूँ। मैने कमीशन लेकर तनुखा निकालने सेम ना कर दिया तो यह लोग बौखला गये और यह एक कहानी रचकर हंगामा प्रारंभ कर दिया। में सख्त अधिकारी हूं और ईमानदारी से नौकरी करना संद करता हूं।

फिलहाल डाक्टर को प्रशासन ने चार्ज ग्रहण कराने के स्थान पर उनका स्थानांतरण बिना गलती कर दिया गया है।
।मुख्य चिकित्साधिकारी उमेश त्रिपाठी ने बताया कि डाक्टर राजेश शर्मा का जिला कुष्ठ रोग उप अधिकारी के पद पर तथा डाक्टर रविरंजन यादव का सकीट सीएचसी पर स्थानांतरण कर दिया गया है। जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आज एक जांच टीम जैथरा जांच हेतु भेजी गई है अभी. कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। जांच टी टीमों के पहुंचने के बाद वहां तैनात स्वास्थ्य कर्मी. फिर से भडक गये और होस्पीटल में डाक्टर को हटाने को लेकर जमकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गए।वही जैथरा की. महीला स्वास्थ्य कर्मियों अनीता व मोहिनी यादव ने चिकित्सक पर अभद्रता आदी गंभीर आरोप लगाये हैं और अधिकारियों से शिकायत की है। होस्पीटल में हंगामे की सूचना पर एस डीएम अलीगंज एसपी वर्मा क्षेत्राधिकारी अलीगंज राघवेन्द्र सिंह चौहान सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुँच गया और समझा बुझाकर मामले को शांत किया।
इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच की आवश्यकता है जिससे मरीजों को सरकार द्वारा दिया जा. रहा लाभ मिल सके। अब देखना है कि इस पूरे प्रकरण में जांच के बाद ईमानदारी की जीत होती है या धरना प्रदर्शन की?

समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ 9889789714

 

Don`t copy text!