बाराबंकी। अफगानिस्तान में कवरेज के दौरान शहीद हुए भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की शहादत को याद करते हुए रविवार को गांधी भवन में पत्रकारों ने खिराजे अकीदत पेश की। इस दौरान पत्रकारों ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट नवनीत तिवारी ने कहा दानिश सिद्दीक़ी के काम को हम सबने लगातार देखा है और हमारी आने वाली तमाम नस्लें उनके कामों को देखेंगी। फोटो पत्रकार आकाश दीप ने कहा दानिश सिद्दीकी अपनी खींची तस्वीरों से हमेशा हमारे बीच रहेंगे उन्हें भुलाया नहीं जा सकेगा। वरिष्ठ छायाकार सुरेन्द्र मौर्या ने कहा हाल में दिल्ली में हुई हिंसा, कोरोना वायरस के संकट, लॉकडाउन, ऑक्सीजन संकट के दौरान दानिश सिद्दीकी द्वारा क्लिक की गई तस्वीरों ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। वह एक बेहतरीन फोटो जर्नलिस्ट थे। वरिष्ठ छायाकार अशोक सैनी ने कहा दानिश सिद्दीकी ने अपने करियर की शुरुआत एक टीवी जर्नलिस्ट के रूप में की थी, बाद में वह फोटो जर्नलिस्ट बन गए। हिन्दी पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष पाटेश्वरी प्रसाद ने कहा दानिश सिद्दीकी जैसे जुझारू फोटो पत्रकार की हत्या लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए चलने वाले तमाम आंदोलनों का नुक़सान है। फिर वो दुनिया के किसी भी कोने में क्यूँ ना हो रहें हों। पत्रकार मो. अतहर ने कहा दानिश सिद्दीकी एक ऐसी शख्सियत थे जिनके शहादत से भारत ने एक ऐसी आँख खो दी जो इस दौर की उम्मीद बन कर रहती थी। दिवंगत फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की शहादत पर तमाम पत्रकारों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार आमिर अली, मनीष सिंह, राकेश श्रीवास्तव, कपिल सिंह यादव, अली चांद, अब्दुल खालिक, फैज़ आतिश, अनिल यादव, मो. अदीब इकबाल सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।
Related Posts