श्रीकृष्ण के प्रति समर्पण का मार्ग दर्शक है भ्रमरगीत

संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स 8564852662

रामनगर बाराबंकी। अमलतास के सचिव पीजी कॉलेज रामनगर के असिस्टेंट प्रोफेसर विश्वेश मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि आज नवयुग कन्या महाविद्यालय, राजेन्द्र नगर एवं अमलतास सस्था के संयुक्त तत्वाध्यान में एक दिवसीय अर्न्तराष्ट्रीय व्याख्यान का आयोजन डा. वन्दना द्विवेदी के संयोजकत्व में आभासी मंच द्वारा किया गया। प्रोफेसर शिवकुमार चतुर्वेदी (सेवानिवृत्त) ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी यूएसए द्वारा श्रीमद्भागवत महापुराण के दशम स्कन्ध गोपी भ्रमरगीत पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया उनके व्याख्यान से श्रोता भावविभोर हो गये और सबके हृदय में भक्ति भाव प्रवाहित हो गया उन्होंने कहा कि यदि कथा वाचक श्रोता के मन मे रति या भक्ति भाव उत्पन्न न कर पाये तो केवल श्रम ही करता है, और जो कथा वाचक यह सरल, सरस भक्ति रस भाव की गंगा श्रोताओं के मन मे प्रवाहित कर दे तो उसकी सार्थकता सिद्ध हो जाती है। कार्यक्रम का प्रारम्भ संयोजिका डा. वंदना द्विवेदी के मंगलाचरण एवं अदिति एव विद्योमा के सरस्वती गीत द्वारा किया गया। प्राचार्या डा. सृष्टि श्रीवास्तव द्वारा अतिथि का वाचिक स्वागत किया गया व्याख्यान के उपरांत श्रोताओं द्वारा प्रश्न पूछे गये एवं भ्रमरगीत पर चर्चा की गई।
संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स 8564852662

Don`t copy text!