रूस ने खेला ख़तरनाक खेल, मीज़ाइल से मारा उपग्रह, अमरीका नाराज़, जवाबी कार्यवाही की धमकी

समाचार एजेंसी न्यूज़ एसएम न्यूज़ के साथ 9889789714

रूस ने एक बार फिर अपनी मीज़ाइल ताक़त का प्रदर्शन करते हुए अपने ही एक उपग्रह को मीज़ाइल से तबाह कर दिया।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस परीक्षण से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के अंतरिक्ष यात्रियों की जान ख़तरे में पड़ गयी। अमरीका ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसका जवाब देने को कहा है। वाशिंग्टन के बयान में आया है कि अंतरिक्ष में मलबे के कारण अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के परिचालन में बाधा आई और वहां मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को आपात स्थिति के लिए तैयार होना पड़ा।
इस घटना के लिए अमरीका ने रूस के एक मीज़ाइल टेस्ट को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उसकी आलोचना की है। अमरीका ने कहा है कि रूस ने एक ‘खतरनाक और गैरजिम्मेदार’ मीज़ाइल परीक्षण कर अपने ही एक उपग्रह को ध्वस्त कर दिया लेकिन इसके मलबे ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र को खतरा पैदा कर दिया।
अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने एक बयान जारी कर कहा कि 15 नवंबर को रूस ने ग़ैर जिम्मेदाराना तरीके से एक उपग्रह-रोधी मीज़ाइल का परीक्षण अपने ही एक उपग्रह के ख़िलाफ़ किया। इस परीक्षण में मलबे के 1,500 से ज़्यादा बड़े टुकड़े और हजारों छोटे-छोटे टुकड़े पैदा हुए, क्यों यह टेस्ट खतरनाक था।
आईएसएस पर इस समय चार अमरीकी, एक जर्मन और दो रूसी अंतरिक्ष यात्री काम कर रहे हैं जिन्हें मलबे के कारण अपने वापसी वाहनों में शरण लेनी पड़ी।
रूसी स्पेस एजेंसी रोसकॉसमोस ने ट्वीट कर बताया कि स्टेशन बाद में ग्रीन लेवल यानी ख़तरे से बाहर आ गया। पेंटागन में पत्रकारों से बातचीत में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन कर्बी ने कहा कि अमरीका को इस परीक्षण के बारे में पहले से नहीं बताया गया था।
अंतरिक्ष उद्योग पर नज़र रखने वाली कंपनी सेराडाटा के मुताबिक रूसी मीज़ाइल ने 1982 में भेजे गए उपग्रह कॉसमोस 1408 को निशाना बनाया था। (

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