अफ़ग़ानिस्तान के सबसे बड़े हवाई अड्डे के संचालन को अपने हाथ में लेने के लिए तुर्की लंबे समय से लगा हुआ है।

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अफ़ग़ानिस्तान के सबसे बड़े हवाई अड्डे के संचालन को अपने हाथ में लेने के लिए तुर्की लंबे समय से लगा हुआ है। अनातोली समाचार एजेन्सी के अनुसार तुर्की के रक्षामंत्री ख़लूसी आकार ने क़तर के साथ वार्ता में काबुल हवाई अड्डे के संचालन को अंकारा के हाथ में दिये जाने के बारे में बात की। तुर्की के रक्षामंत्री ने कहा कि काबुल के अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन का मुद्दा अफ़ग़ानिस्तान की जनता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।  अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए तुर्की के रक्षामंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय परिवर्तनों को अंकारा बहुत निकट से देख रहा है। दो दिन पहले तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने भी अपने संबोधन में इसी प्रकार की बातें की थीं। याद रहे कि जब से तालेबान ने अफ़ग़ानिस्तान में सत्ता अपने हाथों में ली है, तुर्की ने कई बार काबुल अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन की ज़िम्मेदारी अपने हाथों में लेने की बात कही है।  तुर्की ने अबतक तालेबान की सरकार को मान्यता नहीं दी है।  उसने काबुल अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन को अपने हाथ में लेने के विषय को मान्यता देने से जोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि तालेबान द्वारा अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता अपने हाथों में लेने के बाद इस देश निकल भागने के लिए लोग काबुल हवाई अड्डे की ओर भागे जिसके कारण वहां की स्थिति अनियंत्रित हो गई।  उसके बाद काबुल हवाई अड्डे पर होने वाले विस्फोटों ने स्थिति को और अधिक ख़राब बना दिया। इन सारी बातों के बावजूद काबुल हवाई अड्डे में ऐसी कौन सी विशेषता है जिसके कारण तुर्की अब भी उसके संचालन को हासिल करने के लिए प्रयासरत दिखाई दे रहा है।

ईरान और तालेबान की अहम बैठक, 7 महत्वपूर्ण कमेटियों का गठन, संबंधोें में विस्तार पर बल

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में ईरान और तालेबान के वर्किंग ग्रुप की बैठक हुई। ईरान और तालेबान के वर्किंग ग्रुप की बैठक में सांस्कृतिक, आर्थिक, राजैतिक, सुरक्षा, सीमावर्ती, ऊर्जा और पलायन के मुद्दों के बारे में सात कमेटियां बनाई गयीं। अफ़ग़ानिस्तान के मामलों में राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी के विशेष दूत हसन काज़िमी क़ुम्मी और काबुल में ईरान के राजदूत बहादुर अमीनियान ईरान के आर्थिक मामलों के अधिकारियों के सथ इस बैठक में शामिल हुए जबकि तालेबान के ओर से कृषि, शरणार्थी, आर्थिक, व्यापाकार और उद्योग के मंत्री शामिल हुए। याद रहे कि अफ़ग़ानिस्तान के मामले में ईरान के दूत हसन काज़मी क़ुम्मी एक कूटनीतिक और आर्थिक शिष्टमण्डल के साथ सोमवार को काबुल के हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। वहां पर उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के अधिकारियों के साथ भेंटवार्ताएं कीं।

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