बालू खनन ठेकेदार के घाघरा नदी के तलहटी पर बनाये गए अवैध पुल को गन्ना किसानो का गन्ना मिल भेजे जाने तक न तोडे जाने पर बनी सहमति

अब्दुल जब्बार एड्वोकेट व् अनिल कुमार मिश्रा की रिपोर्ट

भेलसर(अयोध्या)गोंडा जनपद के बालू खनन ठेकेदार के घाघरा नदी के तलहटी पर बनाये गए पुल को फिलहाल गन्ना किसानो का गन्ना मिल भेजे जाने तक तोडा नही जायेगा। घाघरा नदी के नाले और नदी के बीच लगे एक लाख कुंतल गन्ने की पर्ची 10 फ़रवरी तक जारी करने पर गन्ना समिति गनौली और रौजागाव मिल प्रशासन ने विधायक व् भाकियू के प्रदेश सचिव के साथ एसडीएम,जिला गन्ना अधिकारी व् सीओ की बैठक में सहमति जताई है। मालुम हो की तहसील रुदौली के सात गाव और बाराबंकी जनपद के राम सनेही घाट के पाँच गाव के लगभग सात सौ किसानो का गन्ना घाघरा नदी और सरयू नदी के बीच खेतो में लगा खड़ा है।वर्ष 2007 से घाघरा नदी की धारा में बदलाव होने से गन्ना लाने के रास्ते में नदी का छडान(सोती)बन गई।वर्ष 2010 तक रौजागाव चीनी मिल किसानो का गन्ना नदी के बीच में गन्ना क्रय केंद्र का काँटा लगकर खरीदती रही है।कुछ वर्ष इस में पानी नही रहने पर गन्ना किसान मिल गेट पर गन्ना लेकर बेचते रहे है।नदी की तलहटी मे गोंडा जनपद के बालू खनन ठेकेदार के अबैध पुल को दो दिन पहले अपर जिलाधिकारी प्रशासन संतोष सिंह के निर्देश पर तहसील के खैरी गांव में गोंडा जनपद के बालू खनन पट्टेदार के घाघरा नदी की सोती पर बने पुल को तोड़वाने पहुचे।एसडीएम सीओ और खनन अधिकारी की सयुक्त टीम को गन्ना किसानो के प्रदर्शन के चलते तोड़वाये बिना बैरंग वापस होना पड़ा था।एसडीएम विपिन सिंह ने बताया रौजागाव मिल के महाप्रबन्धक गन्ना गन्ना समिति के सचिव जिला गन्ना अधिकारी और विधयाक रामचंद्र यादव भाकियू के पदेश सचिव दिनेश दुबे सीओ धर्मेन्द्र यादव की सोमवार को तहसील में हुई बैठक में 10 फ़रवरी तक किसानो की पर्ची निकाल कर मिल गन्ना खरीद लेगी।गन्ना किसानो के गन्ना बिकने तक पुल नही तोडा जायेगा।

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