शहर में चल रहे सट्टा में छाया है हाथी!

सुहैल अहमद अंसारी

बाराबंकी। 268 बाराबंकी विधान सभा चुनाव में सट्टा बाजार काफी गर्म है, यहां पर कई प्रत्याशियों पर सट्टा लगाया जा रहा है, जिसमें सबसे अधिक सट्टा सदर के प्रत्याशियों पर लग रहा है। चुनावी माहौल में सट्टा बाजार गर्म, सपा प्रत्याशी दूसरे नम्बर पर तो अन्य दलों पर नहीं मिल रहे हैं सटोरिये। सदर के साथ-साथ जनपद की कई सीटों पर भी लग रहा है सट्टा।
मालूम हो कि सपा, बसपा और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है, जिसको देखते हुए शहर के कई इलाकों में सट्टा बाजार काफी गर्म हो गया है। मालूम हो कि कई चरण का मतदान अभी सम्पन्न हुआ है, और कई जगह अभी चुनाव होना बाकी है वही चुनावी नतीजे आने में लगभग 23 दिन का समय लगेगा, कई चरण में बम्पर वोटिंग के कारण सदर के समीकरण बदले बदले नजर आ रहे हैं। लेकिन हकीकत स्थिति का पता 10 मार्च को मालूम चलेगा। वर्तमान में चुनाव से पहले सट्टा बाजार में हार-जीत का समीकरण फिट बैठाने के लिए शहर में लगभग एक सप्ताह से बाजार गर्म है। विगत दिनों सट्टा बाजार के गलियारों में हार जीत का रूझान आने लगे, किसका बाजार गर्म है और किस विधान सभा में किस प्रत्याशी को जीतने की उम्मीद है। इसे लेकर सटोरियों में चर्चाए हो रही हैं करोड़ रूपये का सट्टा बाजार इस वक्त कई सीटों पर लगा रहा है। सबसे रोचक मुकाबला सदर सीट पर होने के कारण सटोरियों की बाढ़ सी आ गई है।
वर्तमान में सटोरियों ने जो भाव पार्टियों को दिया है, उसमें सपा को दूसरे नम्बर पर रखा है, सट्टा बाजार में सपा के लिए भाव भी बदल गया है, नाम न छापने की शर्त पर शहर के पीरबटावन निवासी सट्टेबाज ने बताया कि जब से कई मुसलमानों के टिकट सपा से कटे हैं तब से माहौल बदल गया है, इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है। सट्टा बाजार में बसपा पहले नम्बर पर है तो सपा दूसरे नम्बर पर आ गई है। पिछला चुनाव जिस तरीके से हुआ उसे देखकर इस बार सट्टा बाजार की पहली पंसद बसपा उम्मीदवार है, अब सट्टेबाज सपा प्रत्याशी पर जोखिम लेना नहीं चाहते हैं। सट्टा बाजार की पंसद से भाजपा गायब हो गई, सट्टा बाजार में भाजपा का भाव बेहद कम रखा गया है। वर्तमान में हाथी का भाव सबसे अधिक है। सट्टा बाजार के भाव भी प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ा रहे हैं। शहर में लाखों का सट्टा लगा हुआ है। शहर के सटोरिए भी इस मामले में पीछे नहीं हैं।

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