श्रीमद भागवत कथा का हवन के साथ किया समापन

एसएम न्यूज़24टाइम्स के जिला ब्यूरो के साथ मसौली संवाददाता अवधेश वर्मा शांती वर्मा की रिपोर्ट मोबाइल नंबर 8707331705

बाराबंकी। भगवान श्रीकृष्ण सच्चिदानंद ब्रह्मा है जिनके चरणों में नमन करने से जीव सर्वथा पाप विमुक्त हो जाता है। उक्त बातें लखनऊ से पधारे कथावाचक चन्द्रशेखर जी महाराज ने रामनगर क्षेत्र के करीमाबाद हनुमान मंदिर के प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन मे अपने अमृत वचन में कहा। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भागवत कथा के अंतिम दिन श्रीकृष्ण रुक्मणी विवाह महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। आओ मेरी सखियों मुझे मेहंदी लगा दो जैसे भजन पर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह नजर आया। श्रद्धालुओं के जनसैलाब के आगे कथा स्थल पर जगह छोटा पड़ गया। कथा के दौरान भक्ति भजनों पर महिलाएं-पुरुष झूमते नजर आये। 5 दिनों तक आसपास का पूरा इलाका भक्ति भजनों से गूंजायमान होता रहा। श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने भागवत पूजन करते हुए व्यास पूजन भी किया। क्षेत्रीय लोगों के द्वारा कथा व्यास चन्द्रशेखर जी का भव्य स्वागत किया गया कथा को आगे बढ़ाते हुए कथा व्यास चन्द्रशेखर जी महाराज ने दाम्पत्य जीवन पर प्रवचन करते हुए कहा कि पति पत्नी गृहस्थ जीवन रूपी गाड़ी के दो पहिये हैं। एक में भी कमी आई तो परिवार को टूटने से कोई नहीं बचा सकता। कथा में सुदामा चरित्र का भाव पूर्ण वर्णन किया गया। उन्होंने कहा कि यदि आप पिता हैं तो अपनी संतान को ऐसे संस्कार जरूर देना कि वे सदा जीवन में राष्ट्र के काम आवे। कथा का समापन हवन के साथ किया गया। मौके पर आयोजक बाबा राम सुमीरन पम्मूयादव सुनील भूपेंदर अनिल चौहान चंद्रशेखर एडवोकेट गोलू यादव पवन यादव आदि लोग उपस्थित थे।

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