40 कुओं का हुआ जीर्णोद्धार
शान्ती देवी अवधेश वर्मा विशेष संवाददाता मसौली जनपद बाराबंकी एसएम न्यूज़ 24 टाइम्स 8707331705
मसौली बाराबंकी। पशु पक्षी सहित मानव जाति के लिए जानलेवा बने भूमिगत तीन दर्जन से अधिक कुओ का जीर्णोद्धार कर रंगरोगन के जरिये आकर्षण बनाये गये है ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि कुओ को कभी भी जीवित किया जा सकता है जिसके लिए कुओ की जगत बनाकर पत्थर से बंद कराये गये है।
उल्लेखनीय हो कि तीन दशक पूर्व लोगो के पानी पीने एव फसलों की सिंचाई का मुख्य श्रोत कुआं हुआ करते थे हमारी संस्कृति और परंपराओं में कुओं की बड़ी महत्ता थी। मांगलिक कार्यक्रमों में भी कुओं के पास कई आयोजन हुआ करते थे, लेकिन बदलते परिवेश के चलते आधुनिक जीवन शैली और जल के नए-नए स्रोत सृजित होने से इनकी अनदेखी बहु है। इस कारण कुएं खंडहर में तब्दील हो गए हैं। इनमें कुछ का भू जलस्तर नीचे चले जाने से वह सूख गए हैं। तो वहीं कुछ कुओं में पानी तो है, लेकिन इनमें गंदगी के ढेर लगे हैं। हालांकि करीब हर गांव में एक दो कुआं मिल जाएगा, लेकिन जिस तरह से इनकी अनदेखी हो रही है इससे इनका अस्तित्व खतरे में हैं ।
40 कुओं का हुआ जीर्णोद्धार
वर्षो से बदहाल हुए कुओं की देखरेख न होने के कारण कचरा फेंकने में तब्दील हो रहे कुओं के अस्तित्व बचाने की पहल ग्राम पंचायत बड़ागांव की ग्राम प्रधान नूर फातिमा ने शुरू की और आज जिन कुओं के पास से गुजरने में लोग डरते थे वह आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। भुपट हो चुके कुओं की जगत बनवाकर पत्थरो से ढक कर बेहतरीन रंगरोगन किया गया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नूर मोहम्मद ने बताया कि भुपट होकर जानलेवा बन चुके कुओं के जीर्णोद्धार का विचार उस समय आया जब एक बेजुबान सांढ़ कुँए में गिर गया जिसे बड़ी जदोजहद के बाद कुँए में पानी भरकर निकाला गया था तभी विचार आया कि पशुओ के साथ मानव जाति के लिए भी घातक बन चुके कुओं का जीर्णोद्धार कराकर नया रूप दिया जाय जिससे कभी भी इन कुओं को पुनः चालू किया जा सकता है।
खण्ड विकास अधिकारी का मिला मार्गदर्शन
कुओं के जीर्णोद्धार का विचार मन मे आने पर खण्ड विकास अधिकारी डॉ0 सँस्कृता मिश्रा एव एडीओ पंचायत जानकीराम के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत अधिकारी मो0 आकिब जमाल की देख रेख में जर्जर एव अस्तित्व विहीन हो रहे कुओ का जीर्णोद्धार किया गया।
शान्ती देवी अवधेश वर्मा विशेष संवाददाता मसौली जनपद बाराबंकी एसएम न्यूज़ 24 टाइम्स 8707331705