यूरोपीय संसद ने ब्रेग्ज़िट को मंज़ूरी दी, एक दिन बाद ब्रिटेन, ईयू से बाहर हो जाएगा

यूरोपीय सांसदों ने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने के अंतिम प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।
यूरोपी संघ ने बुधवार को एक लंबी बहस और मतदान के बाद ब्रेग्ज़िट डील को मंज़ूरी दे दी है। पिछले हफ़्ते ब्रिटिश संसद ने इसे मंज़ूरी दी थी और ब्रिटेन की महारानी ने इस पर दस्तख़त किए थे। 31 जनवरी को ब्रिटेन के यूरोपियन संघ से निकलने की आख़िरी तारीख़ है और शुक्रवार को वह औपचारिक रूप से इस संघ से निकल जाएगा। मतदान के दौरान यूरोपीय संघ की संसद में भावुक वातावरण दिखाई दिया। यूरोपीय संसद में बुधवार को ब्रिटेन की ब्रेग्ज़िट डील पर मतदान हुआ और इसके पक्ष में 621 वोट और विरोध में सिर्फ़ 49 मत डाले गए। कई सांसदों ने अपने भाषण में ब्रिटेन को विदाई दी और भावुक नज़र आए। यूरोपीय संसद के प्रमुख डेविड ससोली ने कहा कि ब्रिटेन हमेशा यूरोप का हिस्सा रहेगा, आपको विदा करना मुश्किल है लेकिन आप हमेशा हमारे साथ हैं।

ज्ञात रहे कि यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के लिए ब्रिटेन में लंबे समय से आंदोलन चल रहा था। 2016 में देश में इस मामले पर जनमत संग्रह हुआ था जिसमें लोगों ने ब्रेग्ज़िट के पक्ष में मतदान किया था। उस समय इसके लिए दो साल का समय तय किया गया था और ब्रेग्ज़िट की तारीख़ मार्च 2019 रखी गई थी लेकिन यह हो नहीं सका और मामला टलते-टलते 2020 तक पहुंच गया।

इस डील के बाद अब ब्रिटेन किसी भी देश से कोई भी ट्रेड डील या कोई अन्य समझौता कर सकता है, इससे पहले तक इसके लिए उसे यूरोपीय संघ की अनुमति लेनी होती थी। यूरोपीय संघ में 28 यूरोपीय देशों की आर्थिक और राजनीतिक भागीदारी है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए यूरोपीय संघ का निर्माण हुआ था। इस संघ की अपनी मुद्रा यूरो है, जिसका 28 में से 19 सदस्य देश इस्तेमाल करते हैं। ब्रिटेन यूरोपीय संघ छोड़ने वाला पहला देश है।

Don`t copy text!