पीएम आवास में गड़बड़झाला, आपात्रों को मिला तोहफा, भटक रहे पात्र
बाराबंकी: रिपोर्ट शमीम अंसारी: एसएम न्यूज24टाइम्स 9415526500
हैदरगढ, बाराबकी(एसएम न्युज24टाइम्स)। सरकार की मंशा है की हर गरीब के पास अपनी पक्की छत हो इसी मंशा के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई लेकिन विभागीय अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते जरूरतमंद लोगों को आवास मुहैया नहीं हो सकी और आपात्रों को आवास का तोहफा देकर सरकार से वाहवाही लूटी जा रही है और जरूरत मन्द लोग आज भी टीन शेड व झोपडी मे रहने को विवश है ऐसा ही कुछ हाल नगर पंचायत सुबेहा में देखने को मिला जहां पर हवेली वार्ड निवासी सिराज करीब 20 साल से एक कच्ची कोठरी पर टीन सेड रखकर अपने परिवार के साथ जीवन बसर करते चले आ रहे है उसकी पत्नी ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि इस कच्ची कोठरी में किसी तरह से अपने बच्चों के साथ रहकर गुजर बसर किया जा रहा है बारिश व तेज हवा की बौछार से बच्चो के साथ रात गुजारनी काफी भारी पड़ जाती है कमाई का कोई बड़ा साधन नहीं है पति सब्जी बेचकर जो उससे पैसे मिलते हैं उन्ही पैसों से गुजार होता है इतने पैसे नहीं है कि अपना एक कच्ची कोठरी मजबूत करवा सकू ।सोचा था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मुझे भी पक्की छत मिल जायेगा तो मेरे बच्चो को सर छिपाने लिये एक सहारा मिल मिल जायेगा आवास पाने की खातिर कई बार ऑनलाइन फार्म भरवाया नगर पंचायत के अधिकारी द्वारा जांच भी कर ली गई और घर का फोटो भी खीच कर वर्षाे बीत जाने के बाद भी आवास नही मिला महिला का आरोप है की उसका नाम सूची से काट दिया जाता है और उच्च अधिकारोयो तक नाम नही भेजा जाता है जिससे उसको आवास नही मिल सकी वही महिला का यह भी कहना था कि जो अपात्र हैं जिनके घर पक्के बने हुए हैं उन्हें आवास दिया जा रहा है लेकिन न जाने क्या बात है की मुझे आवास का लाभ नही मिल सका । अधिकारी आज कल मे आवास मिलने सहारा दे रहे है जिसको देखते देखते कई साल बीत गये है उम्मीद की किरणे भी टूट चुकी है मुझे नही लगता है की अब मुझे कभी आवास मिलेगी । यही नही नगर पंचायत सुबेहा के ही किला वार्ड निवासी मतीन भी यही हाल है वह भी एक कच्ची कोठरी पर टीन शेड रखकर अपने परिवार के साथ गुजर वशर कर रहे है। मेहनत मजदूरी व पेड की सूखी लकडिया बेचकर उससे मिलने वाले पैसे से किसी तरह अपने बच्चो का भरण पोषण करते है। मतीन ने बताया की प्रधानमंत्री आवास की खातिर लोगो से जानकारी कर कई बार फ़ार्म भरवाया सभासद के साथ आये अधिकारी ने मुझे बताया की तुम्हारी आवास पास हो गई लेकिन आधार मे कुछ त्रुटि हो जिसको जाकर सही करवा लो। आधार सही करवाये हुए वर्षाे बीत गये लेकिन न जाने क्या बात हुई मुझे अभी तक आवास नही मिला जिससे काफी मुशिक्लो का सामना करना पड़ रहा है आवास मिलने की आज भी उम्मीदें लगाये हुए है। वैसे यह दो मामले एक उदाहरण के तौर पर है अगर नगर पंचायत मे देखा जाय तो कई परिवार ऐसे होगे जो झोपड़पट्टी मे आज भी गुजर वशर कर रहे है लेकिन विभागीय अधिकारियो के खाऊ कमाऊ नीति के चलते पात्र होते हुए भी गरीब परिवार को प्रधान-मंत्री आवास नही मिल सका। वही मामले पर नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी सना सग्गीर से बात की गई तो उनका कहना है की इस सम्बंध मे कुछ नही बता सकती है डूडा विभाग के अधिकारी ही जानकारी दे सकते है कुल मिलाकर यह समझिये की अधिकारियो की लापरवाह कार्यशैली के चलते आज भी प्रधान मंत्री की मंशा पूरी होती हुई नजर नही आ रही है।
बाराबंकी: रिपोर्ट शमीम अंसारी: एसएम न्यूज24टाइम्स 9415526500