गौ आश्रय स्थल की अव्यवस्थाओं से नाखुश हुई प्रमुख सचिव अव्यवस्थाओं को सुधारने का दिया निर्देश, किया स्थ्लीय निरीक्षण

नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211

बाराबंकी। प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी मीणा ने नेबलेट फार्म स्थित वृहद गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गौवंशीय मवेशियों को सूखा भूसा परोसे जाने पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने अधिकारियों से पूछा यह सब क्या हो रहा है? आखिर इस मौसम में भी हरा चारा क्यों नही? व्यवस्था से नाखुश प्रमुख सचिव ने इसके बाद मनरेगा के तहत निर्मित वर्मी कम्पोस्ट पिट को देखा और जानकारी जुटाई। दस एकड़ में फैले गो आश्रय स्थल परिसर में कंपोजिट पिट के 20 टैंक बनवाए गए हैं। जिसमें जानवरों के गोबर से वर्मी कंपोस्ट खाद बनायी जाएगी। जिसका निरीक्षण करने आज दोपहर दो बजे प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद विभाग बीना कुमारी मीणा पहुंची। सीडीओ एकता सिंह ने उन्हें बताया कि एक टैंक में करीब पांच कुंतल गोबर भरा जाएगा। जिससे वर्मी कम्पोट खाद बनेगी। जिसे समूहों को सौंप कर उसकी बिक्री की जाएगी। जिससे गौ आश्रय स्थल व समूह दोनों मिलकर सात लाख का व्यापार करेंगे। मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था के सवाल पर सीडीओ ने बताया कि लोगों के सहयोग से यहां की व्यवस्थाएं होती है। बाकी 30 रूपये प्रति जानवर शासन से निर्धारित है। उनके साथ सीडीओ एकता सिंह, एसडीएम सुमित यादव, पीडी मनीष कुमार, बीडीओ बृजभूषण तिवारी, डॉ. विजय विक्रम सिंह मौजूद रहे।

मवेशियों को मिल रहा सूखा भूसा

गौशाला में मौजूदा समय मे चार सौ जानवर है। कहने को 30 रुपया प्रति जानवर बजट उपलब्ध कराया जा रहा है लेकिन जमीनी सच बजट से जुदा है। ग्रामीणों की माने तो यहाँ करीब 6 सौ गाय थी। जिन्हें सूखा भूसा भी मय्यसर नही होता था, उपर से भयानक गर्मी और बारिश के कीचड़ के बीच रोज जानवरो के मरने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज तक जारी है। इस बीच अचानक प्रमुख सचिव के दौरे से व्यवस्था को संभालने की खूब कोशिश हुई। लेकिन प्रमुख सचिव ने आखिकार सच को पकड़ कर गहरी नाराजगी जताई। यहाँ गर्मी हो या बारिश और ठंड सब गायों का ठिकाना बस खुला आसमान है। कुछ गायो के लिए टीन शेड जरूर है जो कि अपर्याप्त है। भूख बीमारी अव्यवस्था से हो रही मौतों का सिलसिला कब रुकेगा यह वक्त के गर्भ में है।नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211

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