जिस दांव से प्रशासन को झुकाया उसी दांव में फंसे बीडीओ रामनगर लामबंद हुआ सेक्रेटरी संघ,डीडीओ ने लगाई क्लास

नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211

बाराबंकी। प्रताड़ना का आरोप लगाकर डीएम व सीडीओ को लोक भवन ले जाकर मुख्यमंत्री के सामने समाधान कराने वाले खंड विकास अधिकारी आज खुद प्रताड़ना के आरोपों से घिर गए ।जिस तरह खंड विकास अधिकारी अपने ऊपर नाजायज काम के दबाव का अनावश्यक जांच का आरोप जिला अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी पर लगाया था। उसी तरह के आरोप आज ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारियों ने खंड विकास अधिकारी पर लगाते हुए 3 दिनों में मामले के निस्तारण की चेतावनी के साथ ज्ञापन दिया है कि अगर अनावश्यक दबाव अनावश्यक वसूली बंद ना की गई तो सभी लोग सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे।
बताते चलें कि विगत कई महीनों से ग्राम विकास अधिकारी आस्था सिंह को फर्जी अभिलेख बनाने व पुराने भुगतान कराने तथा अपात्रों को सरकारी सुविधाओं का लाभ देने का दबाव बनाया जा रहा था। सूत्रों की माने तो उक्त पंचायत कर्मी को दबाव में लेने के लिए बिना बिल वाउचर पर हस्ताक्षर के दो दो बार भुगतान कर दिया गया। इतना ही नहीं लगभग तेरह लाख के पंचायत भवन निर्माण में 8 लाख का भुगतान ही किया गया शेष भुगतान अभी बाकी है। पंचायत भवन निर्माण पूर्ण होने से पूर्व ही पंचायत कर्मी को ग्राम पंचायत से हटा दिया गया। सूत्रों की माने तो ग्राम विकास अधिकारी ने मनवांछित कमीशन नहीं दिया। इसलिए उसे न सिर्फ वहां से हटा दिया गया बल्कि उसी बिंदु को उसके सस्पेंशन का आधार भी बना लिया गया। रामनगर विकासखंड वैसे दो भ्रष्टाचार के मामले में अक्सर सुर्खियों में रहा है। ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2012 में भैयसुरिया ग्राम पंचायत में मल्टीसैक्टोरियल डेवलपमेंट योजना के तहत 29 आवास चयनित किए गए थे। जिसका संपूर्ण धन विकासखंड द्वारा गबन कर लिया गया था। परंतु उनके लाभार्थी आज तक ना तो आवास के लाभ से लाभान्वित हो पाए और ना ही उक्त गबन की गई धनराशि वापस हो पाई। अक्सर रामनगर में घाघ किस्म के ही खंड विकास अधिकारी आते हैं। इसका एक ज्वलंत उदाहरण वर्तमान खंड विकास अधिकारी ने पेश किया। हालांकि सस्पेंशन में ब्लॉक प्रमुख संजय तिवारी के पत्र को मुख्य बिंदु बनाया गया है। परंतु चर्चा है कि विकासखंड में ब्राह्मणवाद बनाम ठाकुर वाद लागू है। वर्तमान सरकार जहां एक तरफ सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का नारा लगा रही है वही खंड विकास अधिकारी श्री त्रिपाठी व ब्लाक प्रमुख संजय तिवारी कौन सा संदेश विकासखंड रामनगर से प्रदेश को देना चाह रहे हैं यह जांच का विषय है।

बताते चलें आज सामूहिक रूप से खंड विकास अधिकारी को ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें 4 बिंदुओं का उल्लेख किया गया। ज्ञापन में कहा गया है कि आस्था सिंह को प्रताड़ित करने के लिए सस्पेंस सन का आर्डर दिया गया है जोकि 3 दिवस में वापस किया जाए ऐसा ना होने की दशा में विकासखंड के समस्त ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारी कार्य बहिष्कार करेंगे। आए दिन ग्राम विकास अधिकारियों को प्रताड़ित करने के साथ वेतन रोकने की धमकी न सिर्फ दी जाती है बल्कि की जाती इसे रोका जाए पीएमएवाई जी के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों के आवास दिए जाने का दबाव ना बनाया जाए। कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से हस्ताक्षरित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी को देते हुए यह भी कहा है कि 3 दिवस के अंदर अगर न्याय उचित कार्यवाही नहीं की गई तो सभी को कार्यमुक्त कर दिया जाए ।इस सम्बंध में खंड विकास अधिकारी अमित त्रिपाठी व ब्लाक प्रमुख से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया। परंतु दोनों लोगों ने फोन ही नहीं उठाया। जबकि जिला विकास अधिकारी भूषण कुमार का कहना है कि मामला पूरी तरह संज्ञान में आया है दोनों पक्षों को कल सुना जाएगा जांच खंड विकास अधिकारी मसौली को दी गई है। इस मामले को मैं स्वयं सुनूंगा और अगर पंचायत कर्मचारी के साथ किसी तरह का अन्याय हुआ है तो उसे न्याय अवश्य मिलेगा उसे किसी भी तरह से प्रताड़ित नहीं होने दिया जाएगा क्योंकि सभी कर्मचारी हमारे परिवार का अंग है उन्हें शोषण का शिकार नहीं होने दिया जाएगा।नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211

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