शिवसैनिकों ने छत्रपति शिवाजी महाराज की 393वीं जयंती पर किया नमन

सुहेल अहमद अंसारी

बाराबंकी/छत्रपति शिवाजी महाराज की 393वीं जयंती शिवसेना उद्धव बाला साहब ठाकरे के शिवसैनिकों ने सोमैया नगर देवा रोड़ स्थित कार्यालय पर धूमधाम के साथ मनाई गई इस मौके पर शिवसैनिकों ने शिवाजी महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके सिद्धांतो पर चलने का संकल्प लिया और मिष्ठान वितरित कर हर्ष प्रकट किया
इस अवसर शिवसेना जिला प्रमुख मनोज विद्रोही ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहाकि शिवाजी महाराज न्यायप्रिय व्यक्तित्व थे शिवाजी महाराज के समक्ष एक बार उनके सैनिक किसी गाँव के मुखिया को पकड़ कर ले लाये। मुखिया बड़ी-घनी मूछों वाला बड़ा ही रसूखदार व्यक्ति था, पर आज उसपर एक विधवा के साथ दुराचार का आरोप साबित हो चुका था। उस समय शिवाजी मात्र १४ वर्ष के थे, पर वह बड़े ही बहादुर, निडर और न्याय प्रिय थे और विशेषकर महिलाओं के प्रति उनके मन में असीम सम्मान था।
उन्होंने तत्काल अपना निर्णय सुना दिया, “इसके दोनों हाथ और पैर काट दो, ऐसे जघन्य अपराध के लिए इससे कम कोई सजा नहीं हो सकती”।इस प्रकार के कठोर निर्णय लेने में शिवाजी पीछे नही हटते थे
इस अवसर पर शिवसेना वरिष्ठ जिला उप प्रमुख कमलेश सिंह चौहान ,जिला उप प्रमुख दीपू बाल्मीकि उर्फ पंडित जी, अजय गुप्ता,विद्यार्थी सेना जिला प्रमुख पंडित दिव्य प्रकाश पाठक,जिला सचिव हेमेंद्र प्रताप सोनी,श्यामू बाल्मीकि,व्यापार सेना सचिव राहुल गुप्ता, राम सिंह,रोजन अली,मोहम्मद शमीम,धर्मेंद्र,महेंद्र, इंदल चौहान,पुरुषोत्तम मिश्रा आदि उपस्थित थे

Don`t copy text!