ऐसे वक़्त में जब कोरोना वायरस ने दुनिया भर में आतंक मचा रखा है और हर तरफ़ एहतियात के लिए तरह तरह के क़दम उठाए जा रहे हैं, वहीं इस्राईली नाकाबंदी का शिकार ग़ज्ज़ा पट्टी के लोग सोशल मीडिया पर इसे लेकर ख़ूब जोक्स शेयर कर रहे हैं और ग़ज्ज़ा को दुनिया का सबसे सुरक्षित स्थान क़रार दे रहे हैं।
पिछले हफ़्ते लेबनान और इस्राईल में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद मंज़र रजब ने फ़ेसबुक पोस्ट में लिखाः कोरोना वायरस के लिए ग़ज्ज़ा तक पहुंचना बहुत मुश्किल है। ग़ज्ज़ा पिछले 14 वर्षों से कोरांटीन नाकाबंदी में है।रजब का इशारा इस्राईल द्वारा 2006 से की गई ग़ज्ज़ा की नाकाबंगी की ओर था, जिसके कारण ग़ज्ज़ा पिछले 14 वर्षों से बाक़ी दुनिया से कटा हुआ है।
फ़िलिस्तीनी सामाजिक कार्यकर्ता लोआई हराज़िन ने अपने ट्वीट में लिखाः नाकाबंदी, यात्रा पर पाबंदी और ग़ज्ज़ा वासियों को अलग-थलग करने का बस एक ही लाभ सामने आया है और वह यह कि कोरोना वायरस के लिए यहां तक पहुंचना मुश्किल है।
एचआर सलाहकार तासीर बलबिस्सी ने भी अपने ट्वीट में इसी तरह की राय का इज़हार करते हुए लिखाः “दुनिया में कोरोनो वायरस फैल रहा है, लेकिन इस दौरान घेराबंदी का शिकार ग़ज्ज़ा, दुनिया में सबसे सुरक्षित जगह है।”
दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि ग़ज्ज़ा पर इस्राईल के भीषण हवाई हमलों के साथ-साथ ईंधन की कमी, बिजली की कटौती, दूषित पानी और जर्जर बुनियादी ढांचे की स्थिति में वायरस यहां के लोगों को ज़्यादा नुक़सान पहुंचा सकता है।