शौचालय न साफ करने पर, छात्र की कर दी पिटाई!

नेवाज अंसारी संवाददाता बाराबंकी

उच्च प्राथमिक विद्यालय अंबौर में प्रधानाध्यापिका की कार्यशैली से नाराज बच्चे व अभिभावक

स्वच्छ भारत मिशन की उड़ी धज्जियां, शौचालयों में लटकते मिले ताले, शौच के लिए बच्चे बाहर जाने पर मजबूर!

मसौली,बाराबंकी। शौचालय में मल साफ करने को लेकर प्रधानाध्यापिका ने एक बच्चे की पिटाई कर दी। जिससे विद्यालय के बच्चे व अभिभावक नाराज नजर आए।


पूरा मामला जनपद बाराबंकी के विकासखंड मसौली के उच्च प्राथमिक विद्यालय अंबौर का है। जहां पर मंगलवार को विद्यालय की प्रधानाध्यापिका वंदना मिश्रा पर आरोप है कि कक्षा आठ के छात्र अभिषेक अवस्थी को शौचालय साफ करने के लिए कहा जिस पर अभिषेक ने कार्य को न करने के लिए मना कर दिया। मना करने से क्रोधित प्रधानाध्यापिका वंदना मिश्रा ने अभिषेक को डंडे से पीटा जिससे उसके हाथ पर सूजन भी आ गई। इतना ही नहीं जिन बच्चों ने इस कार्य को न करने के लिए मना किया उन्हें विद्यालय से बाहर भगा दिया। कक्षा आठ के छात्र शिवम्, विवेक व फरहान के अनुसार प्रधानाध्यापिका वंदना मिश्रा आए दिन हम बच्चों से ईंट उठवाना व सफाई का कार्य करवाती रहती है। कोई काम न करने पर विद्यालय से भगा देती है।

विद्यालय के शौचालय पर लटकते मिले ताले, बाहर शौच जाने पर मजबूर छात्र – छात्राएं


विद्यालय के बच्चों के उपयोग हेतु बने शौचालयों में ताला लटकता मिला, मात्र एक शौचालय खुला मिला जिसका उपयोग विद्यालय स्टाफ करता है, बच्चों के अनुसार ताले की चाभी वंदना मिश्रा के पास ही रहती है, जिससे उन्हें भी शौच के लिए बाहर ही जाना पड़ता है। विद्यालय के सभी छात्र – छात्राओं द्वारा प्रधानाध्यापिका के सामने शौच के लिए बाहर जाने को लेकर बात पर सहमति जताई गई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
बच्चों ने मिड डे मील मानक अनुसार न दिए जाने की भी बात कही है।
इसके अतिरिक्त विद्यालय में साफ – सफाई व्यवस्था के नाम पर गंदगी का अंबार है, कायाकल्प के नाम पर पैसों का गबन कर भ्रष्टाचार को बढ़ता हुआ देखा जा सकता है। विद्यालय में लगे हैंडपंप से निकलने वाला पानी दूषित हो चुका है। कुछ समय पश्चात् नल के पानी का रंग पीला पड़ जाता है। अब ऐसी स्थिति में इस अवस्था में पानी पीने वाले बच्चे कैसे स्वस्थ रह सकते है? यह एक चिंता का विषय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी, लेकिन अभियान की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। स्कूलों में स्वच्छता अभियान फ्लाॅप साबित हो रहा है। फिलहाल इस संबंध में जिलाधिकारी बाराबंकी के सीयूजी नंबर पर जब बात की गई तो बताया जांचकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

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