बेनी ने अपनी स्वच्छ ईमानदार और मेहनत से देश को बुलंदी पर पहुँचाया: मुस्तफा लखपेड़ाबाग मे स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा को दी गई श्रद्धांजलि

मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता

बाराबंकी। सिरौलीगौसपुर में एक किसान के घर पैदा हुए स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा ने अपनी बेलौस सियासत से पूरे मुल्क में बाराबंकी व तहसील सिरौलीगौसपुर का नाम रोशन किया। उन्होंने अपनी कर्मभूमी से सियासत शुरू की जो देश के बड़े नेताओं में अपनी स्वच्छ ईमानदार और मेहनत की बदौलत देश में बहुत बड़ा मुकाम हासिल किया । विकास भवन कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष मुस्तफा खान ने लखपेड़ाबाग मे शोकसभा मे कही उन्होंने आगे कहा की बाराबंकी की धरती का लाल मेरे बीच में नहीं रहा बस यादें रहेंगी ऐसे इंसान को उसके ना रहने पर आवाम उसकी यादें ताजी करते रहेगी । श्री खान ने बताया की स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा ने पुरी ईमानदारी से राजनीति की ओर उन्होंने मन्त्री पद पर रहते कई गरीबो को नौकरी देने काम किया। कद्दावर नेता स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा जिस विभाग के वजीर होते थे उस विभाग का काम धरातल पर दिखता था। जिसकी वजह से आज उनका नाम विकास पुरुष के नाम से जाना जाता था। स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा की शोक सभा आज वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अनवर खान की अध्यक्षता में लखपेड़ाबाग मैं हुई जिसमें उनके द्वारा जीवन काल में किए गए अनेकों विकास कार्य को याद करते हुए कहा कि अब बेनी प्रसाद वर्मा का विकल्प होने में काफी वक्त लगेगा इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अनवर खान ने कहा की विकास की बात जब आएगी तो एक नाम विकास भवन को भी याद किया जाएगा। श्री खान कहा विकास भवन की आधारशिला उन्होंने तत्कालीन लोक निर्माण एवं संसदीय कार्य मंत्री उत्तर प्रदेश के रूप में 1994 में किया था । मैं विकास भवन कर्मचारी परिषद की ओर से स्वर्गीय इस महान व्यक्तित्व और राजनीतिक ईमानदार और स्वच्छ छवि के नेता को अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। शोक सभा में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष हसीब अहमद वरिष्ठ मदन मोहन वर्मा साहित्यकार सगीर नूरी, अनवर अंसारी, सर्वदेव श्रीवास्तव, आभा वर्मा, अश्विनी वर्मा, सपना श्रीवास्तव, रेहान वारिस, निरंकारी यादव, रामप्रकाश यादव ने शोक सभा में शामिल होकर 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेता के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

मोहम्मद वसीम कुरेशी संवाददाता

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